Thursday, September 12, 2024
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इस बार बिना हल्ला गुल्ला के होगा गोल , सभी प्रमोटी गैर प्रमोटी के घर और जानपहचान के होंगे चयनित नये खिलाड़ी। हे विनोद पहले से ही रखनी होगी नज़र।

कुछ दिनों पहले राष्ट्रीय पत्रिका भारत वार्ता में एक आलेख बंगाल शिक्षक घोटाले पर प्रकाशित हुआ था। शीर्षक में ही सवाल उठाए गए थे, कि बंगाल में तो करवाई कोर्ट के आदेश पर हुई, लेकिन झारखंड और बिहार में करवाई कब होगी ?
जबकि बिहार में 8 वर्षों से और झारखंड में 12 वर्षों से केंद्रीय एजेंसी जाँच कर रही है । सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट दायर किया। 25-30 ऐसे आरोपी बनाये गये इस चार्जशीट में जो सीबीआई के अनुसार फर्जीवाड़ा कर अफसर बने हुए हैं। इसमें जेलर , डीटीओ आदि सभी आरोपी बनाए गए थे। अब शायद सम्मन जारी हो।
जेपीएससी प्रथम और द्वितीय में हुई गड़बड़ी के मामले में हाईकोर्ट के के आदेश पर सीबीआई जाँच हुई। जाँच में गड़बड़ी सी जाँच एजेंसी को लगी। ये जाँच आदेश कोर्ट ने 2012 को दिया था। कोर्ट ने नियुक्त पदाधिकारियों के वेतन पर रोक लगा दिया। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई और वहाँ हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लग गया। 6 अप्रेल को सुनवाई के दौरान यह बताया गया कि 12 वर्षों से जाँच पूरी नहीं हो पाई , जिस पर सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि जाँच अभी भी जारी है, इसीपर चार्जशीट दाखिल किया गया है।
जो भी हो ये मामला जाँच में है , और माननीय अदालत में विचाराधीन भी है। जो भी माननीय न्यायालय आदेश देंगे वो होगा। लेकिन जाँच एजेंसी को सोचना होगा कि जाँच में अगर विलम्ब होगा तो न्याय में भी विलम्ब हो जाएगा। विलम्बित न्याय पर पहले भी कानून के जानकारों ने परिभाषित किया है।

इसबार है अलग ढंग से खेल की तैयारी

अब हम जेपीएससी 2024 की परीक्षा पर बात कहना चाहते हैं।

2024 की जेपीएससी परीक्षा की पहली पाली में राष्ट्रीय स्तर तथा दूसरी पाली में राज्य स्तर का जनरल स्टडीज से संबंधित प्रश्न पूछे गए। पहली पारी में प्रश्न उलझे हुए रहे। प्रश्न पत्र मॉडरेट रहा। दूसरी पाली में एक प्रश्न गांव से गांव व शहर से शहर ने सबको चौंकाया था । अभ्यर्थियों को यह प्रश्न समझ में ही नहीं आ रहा था। दोनों 200-200 नंबर के थे। सभी में 100 प्रश्न पूछे गए थे।

विद्यार्थियों को परीक्षा रद्द होने का भी डर सता रहा था
किसी में नेगेटिव मार्किंग नहीं थी। परीक्षा देकर बाहर निकले विद्यार्थियों को परीक्षा रद्द होने का डर सता रहा था। विद्यार्थियों को पता चल गया था कि जामताड़ा व चतरा में पेपर लीक हो चुका था। इसका वीडियो भी वायरल हो गया था।
लेकिन तमाम कुछ उधेड़बुन के बाद भी परीक्षा रद्द नहीं हुई।
जो इस आलेख के द्वारा मैं कहना चाहता हूँ कि इस बार जेपीएससी के 342 भरे जाने वाले सभी पदों पर गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है।
विश्वस्त जानकारी के अनुसार इसबार कुछ चार दर्जन से दो चार ज्यादा या कम ऐसे परीक्षार्थियों की सफलता को निश्चित कर दिया गया है , जो अधिकारी या कर्मचारियों के बेटा-बेटी हैं। इसके लिए कीमत भी इतनी तय की गई है कि इतने कंडीडेट में ही उतनी उगाही हो जाय जितना कि पूरी भीड़ से वसूली में होतीं थीं , और एक हल्ला तथा हंगामा मच जाता था। इसबार अपने बच्चों को सेट करने के लिए अधिकतर प्रमोटी कर्मचारी और अधिकारियों ने परीक्षार्थी कंडीडेट बच्चों को न सिर्फ घरों में नजरबंद कर रखा है, बल्कि मित्रों और मोबाइल से भी तब तक दूर रखा है , जब तक रिजल्ट घोषित हो वे ट्रेनिंग कर वापस न लौट जाएं।
ऐसे विधानसभा चुनाव भी नजदीक है , तो रिजल्ट भी जल्द आ जाये, और फिर कंडीडेट सभी जो सुविधा से सुव्यवस्थित होकर आने वाले हैं, वे सभी तो सरकारी कर्मचारियों के ही घरों के हैं, इसलिए हल्ला तो मचना ही नहीं है।
इसलिए हे पार्थ विनोद (#CBI) आप पहले से ही सतर्क रहें, कि जाँच में विलम्ब न हो।
ऐसे लेन देन भी आधा हो चुका है , चयन की गारंटी के रूप में ओरिजनल सर्टिफिकेट भी गारंटर के पास जमा है।
रिजल्ट के बाद बाँकी बकाया दे कर ओरिजनल सर्टिफिकेट लें और बेटिंग करने पीच पर पहुँच जाएं।

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