Wednesday, October 16, 2024
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मीटिंग ख़बर तो बनी, लेकिन अमृत महोत्सव को जमीन पर उतारने का सही प्रयास ख़बर बनने से छूट गया

स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव काल में जिलाधिकारी के व्यत्तम समय में मुझे जो सबसे महत्वपूर्ण ख़बर हाथ लगा, वो जिला जनसंपर्क कार्यालय की हु ब हु प्रेस विज्ञप्ति थी।

अमृत महोत्सव काल मे कई दिनों पहले से तैयारियां के बाबत व्यस्त जिले के मुखिया जिलाधिकारी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए स्वयं बैठकें कर रहे थे। हर नियत कार्यक्रमों में उपस्थिति दर्ज कर रहे थे, स्वयं हर कार्यक्रम की मॉनिटरिंग भी कर रहे थे। कार्यक्रमों की जिम्मेदारी तय कर लेबर डीभाईडेशन कर एक सफल मैनेजर की भूमिका भी निभा रहे थे।

इसके बाद भी 15 अगस्त की तैयारीयों के बीच 14 अगस्त को जनवितरण की सम्पूर्ण जिले की टीम के साथ गरीबों की रसोई तक अनाज पहुँच सके, के लिये बैठक कर अनाज अंतिम व्यक्ति तक पहुँच सके का मंथन कर रहे थे।

गरीबों के हक़ का अनाज उनकी रसोई तक न पहुँचे तो कोई महोत्सव अमृतत्व के साथ कैसे मनाया जा सकता है ! कैसे अमृत महोत्सव कहने भर की कल्पना की जा सकती है। ये नजरिया उन्हें और इस व्यस्तता में की गई इस बैठक ने उनके कार्यशैली को औरों से अलग दिखाया।

15 अगस्त और उससे पहले हुए कार्यक्रम एक रूटिंग वर्क था, इसी जरूरी रूटिंग वर्क के बीच, जनवितरण पर जनोपयोगी मीटिंग का व्यस्तता के बीच नहीं छोड़ना ही मेरे लिए ख़बर है, लिखने का विषय है। हमें हर चीज को अलग नजरिए से देखने को पढ़ाया सिखाया गया है।

पता है, ये आलेख अन्यथा लिया जाएगा।

लेकिन सच्चाई यही है, कि यही असली ख़बर हमसे छूट गया था, हमने सिर्फ़ मीटिंग हुई का ख़बर बनाया था, जो अधूरा जान पड़ता था।
हाँ अगर ये चमचई है तो है, लेकिन सच्चाई भी …

उपायुक्त ने आपूर्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की

सोमवार को उपायुक्त श्री मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी व जिले के सभी एमओ व एजीएम, डीएसडी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ खाद्य आपूर्ति विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक की। बैठक में विभिन्न एजेंडों पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

इस दौरान उपायुक्त ने एनएफएसए, ग्रीन कार्ड, आदिम जनजाति परिवार कल्याण योजना, सोना सोबरन धोती साड़ी योजना, किरासन, चीनी, नमक वितरण इत्यादि का प्रखंडवार समीक्षा करते हुए शत प्रतिशत योग्य लाभुकों को योजनाओं का लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डीलरों के द्वारा राशन वितरण के दौरान कम वजन, कही अधिक रेट लेने तथा आमजनों के साथ दूर्व्यवहार करने की सूचना मिलेगी तो ऐसे डीलरों के खिलाफ त्वरित करवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेना लाभार्थियों का हक है और लाभ प्रदान करना हम सबकी जिम्मेदारी है। आधार सिडिंग के सभी कार्यों को शत प्रतिशत पूर्ण किया जाए। उपायुक्त ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बिना स्लिप का कोई भी डीलर राशन वितरण ना करें ऐसा करते हुए कोई डीलर मिले उस पर सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। पीटीजी परिवार को डाकिया योजना के तहत उपलब्ध कराए जा रहे खाद्यान्नों की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्राथमिकता के तहत पीटीजी परिवारों को खाद्यान्न उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही साथ इसका ऑनलाइन करना भी सुनिश्चित करें। जिला आपूर्ति पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि पाकुड़ जिला अंतर्गत 9 मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र संचालित हैं। उपायुक्त ने सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया कि दाल भात केन्द्र का औचक निरीक्षण करते हुए जांच की जाए की केंद्रों का संचालन एवं साफ-सफाई सही तरीके से किया जा रहा है या नहीं। यदि किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है तो ऐसे केंद्र पर करवाई करना सुनिश्चित करें। सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया कि यदि कोई मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र के संचालक केंद्र चलाने में सक्षम नहीं है तो नये दाल भात केंद्र का विधिवत चयन कर प्रस्ताव देने का निर्देश दिया गया। सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिन जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं का खाद्यान्न वितरण का प्रतिशत कम पाया गया है तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करते हुए निलंबन संबंधी प्रस्ताव भेजे।

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1 COMMENT

  1. वाह मामा जी क्या लेखनी है और क्या जानदार ख़बर है 🙏🙏

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