Tuesday, December 3, 2024
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विश्व आदिवासी दिवस को विभिन्न कार्यक्रमों से मनाया जिला प्रशासन और संस्थानों ने, रही धूमधाम।

पाकुड़। विश्व आदिवासी दिवस-2023” के अवसर जिले भर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। डायट भवन, पाकुड़ में भव्य जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल, पुलिस अधीक्षक एच.पी जनार्दनन, जिला परिषद अध्यक्ष जूली खिष्टमणी हेम्ब्रम, उप विकास आयुक्त शाहिद अख्तर एवं सहायक समाहर्ता कृष्णकांत कनवाड़िया, अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित रहे। इस कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों के द्वारा विधिवत रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष जूली खिष्टमणी हेम्ब्रम ने कहा कि आदि का अर्थ है प्राचीन। आदिवासी प्राचीन / मूल निवासी है। हमारे जंगलों, पहाड़ों, प्राकृतिक सम्पदाओं की रक्षा आदिवासी समुदाय के लोग प्राचीन काल से ही करते आ रहे है। आजादी के आंदोलन में आदिवासियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। चाहे धरती आबा, बिरसा मुण्डा की शहादत हो या वीर सिदो-कान्हू, फूलो-झानो या तिलका मांझी। आदिवासी दिवस के अवसर पर संकल्प लेना होगा कि हम आने वाले पीढ़ी को ज्यादा से ज्यादा शिक्षित बनाये ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रह सकें।

उप विकास आयुक्त शाहिद अख्तर ने कहा कि आज पूरे विश्व में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। आदिवासी समाज का हमारी धरोहर को संरक्षित रखे में बड़ा योगदान रहा है। आदिवासी संस्कृति को संजोए रखने, स्वाभिमान को जागृत करने और जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए हमेशा एकत्रित होकर कार्य किया है।

इस दौरान उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हम आदिवासी भाई- बहनों के लिए बड़ा ही गर्व का दिन है। आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित करने का दिन है आदिवासी समाज प्रकृति से जुड़ी है जिसको बचाकर रखना हमारा दायित्व है आदिवासी समाज के लोगों के विकास के लिए सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाएं हैं जो समाज के अंतिम व्यक्ति तक जिला प्रशासन पहुंचने का कार्य कर रही है।आदिवासी समाज के बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अत्यधिक आवश्यक है। तभी हम अपने समाज को आगे ले जा पाएंगे और एक अच्छे नागरिक बन पाएंगे। सरकार आपके अधिकारों के प्रति दृढ़ संकल्पित है तथा कई लाभकारी योजनाऐं आदिवासियों के हितों के संरक्षण हेतु चलाई जा रही है। सरकार के साथ-साथ युवाओं को भी जिम्मेवारी लेनी चाहिए और इन लाभकारी योजनाओं के बारे में सुदूर गाँव के लोगों को अवगत कराना चाहिए। माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार आदिवासियों के प्रति संवेदनशील होकर कार्य कर रही है। आने वाले दिनों में हमें इसका सुखद प्रभाव देखने को मिलेगा।

इस दौरान संथाली सांस्कृति कार्यक्रम, ट्राइबल फैशन, पहाड़िया सांस्कृतिक नृत्य, नुक्कड़ नाटक पर विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा अपने समाज के बारे में परिचय जैसे कार्यक्रम आयोजित की गए। ट्राइबल फैशन शो के माध्यम से आदिवासी समाज के रहन सहन,परंपरा एवं संस्कृति का विस्तृत चित्रण किया गया।

वही स्थानीय पाकुड़ पॉलिटेक्निक में भी विश्व आदिवासी दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज परिसर में आयोजित किया गया, जहां संस्थान के निदेशक अभिजीत कुमार, प्राचार्य डॉ. ऋषिकेश गोस्वामी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निखिल चंद्र और परीक्षा नियंत्रक अमित रंजन ने छात्रों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित किया और कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसमें आदिवासी समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाया गया।

इस उत्सव में आकर्षक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शामिल थी जो संस्थान के विभिन्न विभागों द्वारा 9 अगस्त को सुबह 9:00 बजे से अपराह्न 1:00 बजे तक आयोजित की गई थी। उत्सव में आदिवासी संस्कृति और परंपराओं के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना था बल्कि छात्रों के बीच एकता की भावना को भी बढ़ावा देना था।

पाकुड़ पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य डॉ ऋषिकेश गोस्वामी ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर अपने व्यावहारिक और प्रेरक शब्दों से प्रतिभागियों को सम्मानित किया। उनके भाषण ने इस दिन के महत्व के बारे में हमारी समझ को समृद्ध किया और आदिवासी समुदायों द्वारा हमारे समाज में निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उनके व्यापक ज्ञान और भावुक प्रस्तुति ने हमें न केवल हमारे आदिवासी भाइयों की सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध विरासत के बारे में शिक्षित किया है, बल्कि उनके संरक्षण और जश्न मनाने के महत्व पर भी प्रकाश डाला है। उनके शब्दों ने हमें समावेशिता के महत्व और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता की याद दिलाई है कि आदिवासी समुदायों की आवाज़ और योगदान को स्वीकार किया जाए और उनका सम्मान किया जाए।

वही झामुमों कार्यकर्ताओं ने पाकुड़ जिले के पुराने बस स्टैंड के समीप अवस्थित वीर कुंवर सिंह भवन में जिलाध्यक्ष श्याम यादव के नेतृत्व में विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया।

विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। सर्वप्रथम पार्टी के जिलाध्यक्ष श्याम यादव ने वीर कुंवर सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया तत्पश्चात पार्टी के जिला सचिव सुलेमान बास्की, जिला परिषद अध्यक्षा जुली ख्रिस्टमुनी हेम्ब्रम, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष जोसेफिना हेम्ब्रम ने माल्यार्पण कर आदिवासी परंपरा अनुसार पूजा अर्चना किया।

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