Wednesday, October 22, 2025
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उपायुक्त ने आपूर्ति विभाग एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की

पाकुड़। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी व जिले के सभी एमओ व एजीएम, डीएसडी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ खाद्य आपूर्ति विभाग एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक की। बैठक में विभिन्न एजेंडों पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

इस दौरान उपायुक्त ने एनएफएसए, ग्रीन कार्ड, आदिम जनजाति परिवार कल्याण योजना, सोना सोबरन धोती साड़ी योजना, मुख्यमंत्री दाल भात योजना, मोबाइल सीडिंग वितरण इत्यादि का प्रखंडवार समीक्षा करते हुए शत प्रतिशत योग्य लाभुकों को योजनाओं का लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए। इसके अलावा ईआरसीएमएस के तहत प्रखंडवार किये गए कार्यों की जानकारी लेते हुए उन्होंने सभी लंबित आवेदनों का ससमय निष्पादन करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने सभी एम. ओ. को निर्देशित किया कि जितने भी कार्डधारी है, सभी का वोटर आईडी कार्ड बना रहना चाहिए।

इसके अलावा उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने सामाजिक सुरक्षा विभाग के द्वारा दिए जा रहे पेंशन योजना का लाभ यथा वृद्धा पेंशन, विकलांग पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, एड्स पीड़ित, स्वामी विवेकानंद पेंशन, महिला सम्मान पेंशन, राष्ट्रीय पारिवारिक हित लाभ योजना व अन्य सामाजिक सुरक्षा जैसी पेंशन योजना की समीक्षा की।

उपायुक्त ने पेंशन का लाभ लेने के लिए योग्यता रखने वाले लाभुकों को पेंशन योजना से जोड़ने का निर्देश दिया है। उपायुक्त ने सामाजिक सुरक्षा कोषांग के पदाधिकारी को निर्देश दिया कि एम.ओ से समन्वय स्थापित कर पीवीटीजी राशन कार्डधारियों का लिस्ट लेकर अपने लिस्ट से कंपेयर करेंगे, और छुटे हुए पीवीटीजी परिवारों को आवेदन भरवाकर पेंशन योजना से आच्छादित करें।

गणतंत्र दिवस समारोह मनाने की तैयारी शुरू, उपायुक्त ने की बैठक, अधिकारियों को सौंपी जिम्मेवारी

पाकुड़। समाहरणालय स्थित सभागार में सोमवार को उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह धूमधाम से मनाने की तैयारी को लेकर बैठक हुई। इस दौरान समारोह की रूपरेखा बनायी गयी।

गणतंत्र दिवस के दिन पूर्वाह्न नौ बजे रानी ज्योर्तिमय स्टेडियम में सामूहिक रूप से झंडोत्तोलन कार्यक्रम का आयोजन होगा। गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाली झांकियों के मद्देनजर बैठक के दौरान उपायुक्त ने विभागों का चयन करते हुए उनके संबंधित अधिकारियों को विभिन्न दिशा निर्देशों का पालन करते हुए झांकियां निकालने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक के दौरान उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने कहा की बीते वर्ष बेहतरीन कार्य करने वाले विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मियों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। इस सम्बंध में उन्होंने सभी विभागों के वरीय अधिकारियों को उनके विभाग से संबंधित सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

उपायुक्त ने प्रशासक, नगर परिषद को नगर की सफाई अभियान चलाकर 25 जनवरी तक संपन्न कर लेने का निर्देश दिया। उक्त क्रम में मुख्य समारोह स्थल रानी ज्योतिर्मयी स्टेडियम तक जाने वाली सड़कों एवं नालियों की सफाई, शहर के अंदर की नालियों की सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।

25 जनवरी को सुबह छह बजे से नौ बजे तक एवं 26 जनवरी को सुबह छह बजे से अपराह्न तीन बजे तक शहर में भारी वाहनों के आवागमन अवरूद्ध करने के लिए सहमति बनी। इसे सुनिश्चित करने के लिए एसडीपीओ पाकुड़ के नेतृत्व में टीम गठित करने को कहा गया।

गणतंत्र दिवस के दिन आयोजित होने वाले परेड के लिए 21, 22, 23 जनवरी को पूर्वाभ्यास किया जाएगा एवं अंतिम अभ्यास 24 जनवरी को संपन्न होगा। इस संबंध में उपायुक्त ने सिविल सर्जन को प्रशिक्षण के दौरान मैदान में एंबुलेंस एवं चिकित्सा दल की प्रतिनियुक्ति करते हुए किसी भी स्वास्थ्य इमरजेंसी के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 26 जनवरी को संध्या 6 बजे से के.के.एम कॉलेज पाकुड़ में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया।

बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष जूली खिष्टमणी हेंब्रम, उप विकास आयुक्त शाहिद अख्तर, जिला परिषद उपाध्यक्ष अशोक कुमार भगत, अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी, सहायक समाहर्ता डॉ कृष्णकांत कनवाड़िया, अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, भूमि सुधार उप समाहर्ता राजीव कुमार, जिला स्थापना उप समाहर्ता विकास कुमार त्रिवेदी, जिला सामान्य शाखा पदाधिकारी प्रमोद कुमार दास समेत अन्य पदाधिकारी एवं जिले के गणमान्य लोग उपस्थित थे।

ईवीएम डेमोंस्ट्रेशन सेंटर एवं मोबाइल डेमोंस्ट्रेशन वैन से संबंधित हैंड्स ऑन प्रशिक्षण दिया गया

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पाकुड़। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल की अध्यक्षता में ईवीएम डेमोंस्ट्रेशन सेंटर एवं मोबाइल डेमोंस्ट्रेशन वैन से संबंधित हैंड्स ऑन प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण ईवीएम एवं वीवीपैट का प्रदर्शन हेतु प्रतिनियुक्त कर्मियों को दिया गया।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने प्रशिक्षण में भाग लेने वाले पदाधिकारियों, कर्मियों से हैंडस ऑन प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने ईवीएम, वीवीपैट कनेक्ट करते हुए वोटिंग प्रक्रिया को सही से समझते हुए आम मतदाताओं को वोटिंग प्रक्रिया समझाने का निर्देश दिए। सभी पदाधिकारी एवं कर्मी प्रशिक्षण प्राप्त कर आमलोगों के बीच जागरूकता फैलाएंगे।

उक्त प्रशिक्षण में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर सह उप निर्वाचन पदाधिकारी राजीव कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से ईवीएम डेमोंस्ट्रेशन सेंटर एवं मोबाइल डेमोंस्टेशन वैन से संबंधित हैंड्स ऑन की विस्तृ

पाकुड़ प्रेस क्लब “पाकुड़” के पुनर्गठन को ले 4 फरवरी को लिया जाएगा फैसला

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पाकुड़। पुराने समाहरणालय स्थित सूचना भवन के सभागार में रविवार को पाकुड़ प्रेस क्लब (पाकुड़) की आवश्यक बैठक आयोजित हुई। वरिष्ठ पत्रकार कृपा सिंधु तिवारी बच्चन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मुख्य रूप से क्लब के संरक्षक राम रंजन कुमार सिंह, सचिव ललन झा, वरिष्ठ पत्रकार कार्तिक कुमार, मकसूद आलम एवं राजेश भगत शामिल हुए।

आयोजित बैठक में क्लब के गठन का पहला टर्म पूरा होने और नए सिरे से गठन करने को लेकर विशेष रूप से चर्चा हुई। इस चर्चा के दौरान मौजूद सभी पत्रकारों से क्लब के पुनर्गठन को लेकर सलाह परामर्श लिया गया। बैठक में मौजूद सभी पत्रकारों ने अपने-अपने अंदाज में क्लब के पुनर्गठन को लेकर बातें रखी। मौजूद सभी पत्रकारों से परामर्श के बाद निर्णय लिया गया कि क्लब के पुनर्गठन के लिए आगामी 4 फरवरी को बैठक होगी। जिसमें पुनर्गठन को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

वहीं बैठक में कई नए सदस्यों ने निर्धारित शुल्क के साथ क्लब की सदस्यता ली। आगामी बैठक से पहले 28 जनवरी को हिरणपुर के रानीपुर में वनभोज के आयोजन का भी निर्णय लिया गया। जिसमें सभी पत्रकार साथियों ने शामिल होने पर सहमति जताई।

बैठक में काजिरुल शेख, सतनाम सिंह, श्रीराम भगत, विनोद किशोर, बजरंज पंडित, संजय सिंह, स्वराज सिंह, अबुल काशिम, पंकज भगत, आकाश भगत, गुंजन साहा, प्रीतम सिंह यादव, बलराम ठाकुर, नंदकिशोर मंडल, विजय रविदास, सुष्मित तिवारी, विक्की सान्याल, पिंटू राय, अविनाश मंडल आदि मौजूद थे।

संवेदक संघ की हुई बैठक, नई कमीटी गठित

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पाकुड़ जिला संवेदक संघ का एक बैठक आहुत देल दिग्गी पटाल पर किया गया। जिसमें पाकुड़ के छह प्रखंडों के सभी संवेदक गण उपस्थित हुए। बैठक की अध्यक्षता कलाम आजाद ने किया।

आज की बैठक में नया जिला कमिटी का चयन किया गया। जिसमें जिला अध्यक्ष के रुप में जावेद अंसारी, सचिव जयंत कुमार मंडल, कोषाध्यक्ष सोमनाथ हलदार, कमिटी के सदस्य दीपेंद्र नाथ दुबे, हबीबुर रहमान, देबू विश्वास, सुकुमार मंडल, रंजीत मंडल, अभय कुमार, सुजीत मंडल, आशीष रंजन, सुनिल मंडल, सुनिल साहा, रफी यूल इस्लाम, अकबर अली, अख्तर आलम निगरानी सदस्य के रुप में शाहिद इकवाल, घनश्याम मंडल, प्रवीन यादव, बलराम नाम, हीरालाल मंडल, दिलीप सिंह, साजिद अंसा

समशेरगंज कप 2023-24 मेगा फाइनल क्रिकेट टूर्नामेंट में पाकुड़ ने मारी बाजी

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पलटन ब्रिज फीडर कैनल मैदान में शमशेरगंज कप 2023-24 मेगा फाइनल क्रिकेट टूर्नामेंट पाकुड़ एवं बरहमपुर के बीच मेगा फाइनल क्रिकेट टूर्नामेंट खेला गया।

पाकुड़ टॉस जीतने के बाद बरहमपुर को पहले बल्लेबाज करने का मौका दिया। बरहमपुर टीम ने 20 ओवर में 175 रन बनाकर सीमट गयी। बरहमपुर टीम ने पाकुड़ टीम को जितने के लिए 176 रन का लक्ष्य दिया। झारखंड स्टेट और पश्चिम बंगाल के बीच काफी रोमांचक मेगा फाइनल क्रिकेट टूर्नामेंट मैच हुआ। जिसमें पाकुड़ टीम की जबरदस्त जीत हुई।

MHADEV एप की तर्ज पर पाकुड़ में भी चलता है सट्टा बाजार। ED और CBI को पाकुड़ के माफ़िया दे रहे मौन आमंत्रण।

अचानक अमीर बनने और सट्टा लगाने वालों की बर्बादी हैं इसके सपूत । नेताओं के साथ विशेष विषय पर चर्चा की सेल्फी डालनेवाले भी हैं भागीदार।

Mhadew एप से सट्टा और जुआ खेलने खेलाने का मामला इनदिनों चर्चा में है। पूरा देश इस एप के कारनामों से दाँतों तले अंगुलियाँ दबा रहा है।

इसी पैटर्न पर पाकुड़ में भी एप के जरिए जुआ-सट्टा का एक बाज़ार बहुत पहले आकार ले चुका है। हँलांकि फिलवक्त ये बाज़ार जानकारों के अनुसार एक वेब पेज के जरिये चल रहा है। एक पूरा संगठित ग्रुप इस धंधे में शामिल है।
देसी बुकी के नाम पर लगाई-खाई के कोड वर्ड पर पूरा खेल मोबाइल पर और डिजिटली चलता है।

जो भी इस खेल के खिलाड़ी हैं, उन्हें सब कुछ उपलब्ध कराया जाता है।फिर डिजिटल प्लेटफार्म पर अपने मोबाइल से पहुँच अपनी जमा पूँजी के अनुसार कोएन्स लगाया जाता है। फिर लोग आउट हो जाते हैं । रविवार और सोमवार को इसका हिसाब साप्ताहिक होता है। यहाँ के मास्टर सट्टेबाज किंग्स के ग्रुप का बंगाल के हुंडी (हवाला) वालों के द्वारा मेट्रो सिटीज के सट्टेबाजों से सम्पर्क और लेनदेन है। युवा पीढ़ी इस चंगुल में बर्बाद और किंग्स मालामाल हो रहे हैं।

पाकुड़ के सट्टा किंग्स के मालामाल होने की बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि बात-बात में महज़ कुछ लाख की जमीन दोगुने दाम पर ख़रीद लिया जाता है। एक मामूली से दुकान पर पूरे कई भाइयों के परिवार का गुजारा चलने वाले किसी एक भाई के पास अगर इतने बड़े पैमाने पर नगद पैसे दिखे तो, ये मामला एक चिंतन के लिए काफ़ी है।जबकि उसका नाम ऑन लाइन सट्टे और जुए के ग्रुप से जुड़ा हो। इन किंग्स में एक आदमी तो ऐसा है कि जितनी उसकी उम्र नही उससे दो गुना ज्यादा बार वो थायलैंड जा चुका है।

कहते हैं उसने वहाँ अपना दिल भी किसी की झोली में डाल रखा है। हँलांकि पत्नी के शक ने थायलैंड टूर पर थोड़ा खेप को कम कर रखा है। लेकिन कोलकाता के नाम पर थायलैंड जाना आना लगा रहता है। करे भी तो क्या ? दिल है कि मानता नहीँ , और जब पैसे की भरमार हो तो पैरों का लड़खड़ाना और दिल का बहकना लाज़मी है। बिल्डिंग पर बिल्डिंग अनायास देखते देखते ठोक देना इस ग्रुप के सदस्यों के लिए तो मानों आम बात है।

इनलोगों को ऐसे लोगों का संरक्षण भी प्राप्त है। जो राजनैतिक पार्टियों के नेताओं का संग और पार्टियों गेस्ट कार्यकता के रूप में सेल्फी और फ़ोटो खींचकर-खिंचवाकर सोसल मीडिया पर आत्मश्लाघ्या का प्रदर्शन करते हैं।

एटीएम लॉटरी (ऐसा स्थानीय जाली लॉटरी) जिसपर कोई टेक्स नहीं देना पड़ता। इस पर भी जोरों का संरक्षण राजनैतिक छिछोरे विनिमय पर दे रहे हैं।

अब तो दिवाली पर कितने ही दीवाली मनाएंगे, और इसमें कितनों का दिवाला निकलेगा , धूलियांन (पश्चिम बंगाल) एटीएम लॉटरी की प्रिटिंग और पाकुड़ में होने वाले प्रिंटिंग से ध्यान भटकना आदि की कहानी बाँकी है। चलिए अगली बार।
मेरे लिखने और आपके पढ़ने में भी तो समय लगता है न साहब इसलिए।

स्थानीय नागरिकों की सलाह नेशनल हाईवे को और बना सकता था उपयोगी: ग्रामीण

क्या थी आशंकाये:-

  • अन्य विकल्पों पर चर्चा अपेक्षाकृत कम लागत पर ज्यादा लोगों को पहुँचाता फायदा
  • विकल्प हरियाली और फसलों के लिए भी होता अनुकूल

पाकुड़ बायपास रोड की अगर बात करें, तो यहाँ के निवासियों के मस्तिष्क में सहरकोल से प्यादापुर तक बनने वाली प्रस्तावित सड़क की बात आएगी। पाकुड़ विधायक और हेमंत सोरेन सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने अभी कुछ दिनों पहले ही इस बायपास सड़क का निरीक्षण कर शिलान्यास भी किया था। ये सड़क शायद ऐसे में राज्य सरकार के मद से बनना है।

लेकिन पाकुड़ बायपास के नाम से एक नेशनल हाईवे पर भी सर्वे के बाद कागज़ी करवाई देवघर कार्यालय में चल रही है। लेकिन इस हायवे पर जो सर्वे हुआ है वह पहली नजर में देवपुर के ग्रामीणों को त्रुटिपूर्ण लग रही है।

विश्वस्त सूत्र बताते हैं, कि हिरणपुर के रानीपुर मोड़ से ये नेशनल हाइवे हिरणपुर-पाकुड़ सड़क पर चमड़ा गोदाम के पास तारापुर गाँव के पास मिलेगा, फिर यहाँ से उसी सड़क पर आगे बढ़ते हुए देवपुर मोड़ पर हनुमान मंदिर के पास से धानी जमीन को रौंदते हुए तोड़ाय नदी और देवपुर नदी के बीच से होते हुए कालीदासपुर जाएगा।

प्रभावित धानी जमीन
प्रभावित धानी जमीन

जबकि ये नेशनल हाइवे अगर हिरणपुर तारापुर से ही एक सड़क पहले से कालीदासपुर के लिए है, जिसमें किसी धानी जमीन की हरियाली बिना प्रभावित हुए ये सड़क निकल सकती है। ये बताना भी लाज़मी होगा कि बरसात के दिनों में तोड़ाई नदी और देवपुर नदी में कुछ घण्टों के लिए ऐसा पानी आता है कि पूरा इलाका जलामय हो बाढ़ का रूप ले लेता है, और अगर ये हायवे देवपुर हो कर जाता है तो एक बाँध के रूप में बरसाती नदियों के पानी को कई दिनों तक रोके रखेगा, जिससे जमीन और फसलों की बर्बादी तय है।

नदी के जल से प्रभावित भूमि
नदी के जल से प्रभावित भूमि
ऐसा भी तीन बेहतर विकल्प मौजूद है, जिससे अपेक्षाकृत कम लागत, कम जमीन के अधिग्रहण एवं कम मुआवजे के भुगतान पर इस सड़क का निर्माण हो जाय, लेकिन सर्वे में इन विकल्पों को अनदेखा किया गया। 

स्थानीय लोगों का कहना है कि सर्वे के दौरान उनकी राय नहीं ली गई।

विकल्प नम्बर एक कि तारापुर के चमड़ा गोदाम के पास से ही मौजूदा हिरणपुर पाकुड़ पथ की दूसरी ओर से एक ग्रामीण सड़क कई गाँव होते हुए कालीदासपुर जाती है, जिसमें धानी जमीन की हरियाली भी बच जाएगी, क्योंकि ये सड़क पथरीली और बंजर जमीन से होते हुए गुजरी है।

दूसरा विकल्प ये है कि देवपुर से आगे बढ़ कर सोनाजोड़ी से समसेरा होते हुए ये सड़क निकली जाय।

तीसरा विकल्प या फिर आगे बढ़कर सहरकोल से निकलने वाली विचाराधीन बायपास से ही इसे जोड़ दिया जाय।

google map
google map

लेकिन कम लागत पर ज्यादा फ़ायदे, अपेक्षाकृत ज्यादा गाँव और लोगों तक पहुँचने के साथ धानी जमीनों को बचाने के विकल्पों को अनदेखा करना समझ से परे की बात लग रही है। अगर सर्वे के अनुसार एन एच 133A के नाम से जाने जाने वाले इस सड़क का निर्माण देवपुर होकर होता है, तो पाकुड़ में एकबार फिर वही गलती दोहराई जाएगी जो फरक्का बैरेज, फरक्का एन टी पी सी और फरक्का ललमटिया कोयला ढोने वाली रेलवे लाइन बनाकर हुई थी।

इन तीनों निर्माणों की अदूरदर्शिता ने पाकुड़ को बाढ़ की वार्षिक विभीषिका से रु ब रु कराया है। देवपुर के किसान और इलाके के लोगों का मानना है कि ठीक यही स्थिति इस इलाके के लिए इस सड़क से होगी। समाजसेवी किसान सर्वजीत सिंह और अन्य इलाके के किसानों का कहना है कि हम अपनी जमीन सरकार के किसी भी विकास कार्य के लिए देने को तैयार हैं, लेकिन हमारी हितों का भी खयाल रखा जाना चाहिए। उनका कहना है कि हम लोग जो अनाज उपजाते हैं, वो हमारे अलावे देशवासियों के भी काम आता है। केंद्र सरकार से और खाशकर नितिन गडकरी से ग्रामीणों की विनती है कि एक बार इस पर पुनर्विचार किया जाय और सर्वे का पुनर्निरीक्षण कराने की कृपा की जाय।

उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक

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बैठक में सड़क दुर्घटना, सर्पदंश व वज्रपात से हुए मृत 17 व्यक्तियों के आश्रितों के बीच डीबीटी के माध्यम से सहायता राशि भुगतान करने का लिया निर्णय लिया

पाकुड़। समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक प्राधिकार के अध्यक्ष सह उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल की अध्यक्षता में हुई।

बैठक में उपायुक्त के अलावा अपर समाहर्त्ता मंजू रानी स्वांसी, अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित, सिविल सर्जन डॉ. मंटू कुमार टेकरिवाल, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता राहूल कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन उपस्थित हुए।

प्राधिकार की बैठक में सड़क दुर्घटना, सर्पदंश व वज्रपात से हुए मृत 17 व्यक्तियों के आश्रितों के बीच डीबीटी के माध्यम से सहायता राशि भुगतान करने का निर्णय लिया गया। बैठक में बताया गया कि जिले में सड़क दुर्घटना में मृत हुए 12 लोगों के आश्रितों के बीच एक-एक लाख की सहायता राशि डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जाएगा।

वहीं सर्पदंश व वज्रपता से मृत हुए दो लोगों के आश्रित के बीच चार-चार लाख रूपये की सहायता राशि डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जाएगा।

27 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर 1 घंटे का विशेष अभियान #ProudOfMyBLO

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रांची। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने मतदाता सूची के ड्राफ्ट प्रकाशन एवं अन्य संबंधित विषयों को लेकर राज्य के सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की तथा सभी अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।

गुरुवार को धुर्वा स्थित विभागीय सभागार में आहूत इस बैठक में उन्होंने विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2024 से जुड़े विषयों को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया।

घर-घर मतदाता सर्वेक्षण अभियान का दूसरा चरण 27 से
मतदाताओं के यहां घर-घर सर्वेक्षण को लेकर बीते जुलाई-अगस्त में 1 महीने का सघन अभियान चलाया गया था। उसी क्रम में अब दूसरे चरण का अभियान 27 अक्टूबर से 9 दिसंबर तक चलाया जाना है। इस अभियान के दौरान सभी बूथों के बीएलओ घर-घर जाकर ऐसे लोगों को चिन्हित कर ढूंढ निकालने का काम करेंगे जो पात्र होने के बावजूद भी किसी कारण से अब तक मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हो पाए हैं। इस अभियान के दौरान मृत या स्थाई रूप से अन्यत्र शिफ्ट हो चुके मतदाताओं का नियमानुसार नाम हटाने, ब्लैक एंड व्हाइट फोटो युक्त या कटे-फटे पुराने पहचान पत्रों को बदलने के लिए भी काम किया जायेगा।

फेसबुक, ट्विटर आदि पर 1 घंटे का हैश टैग अभियान 27 को सुबह 11:00 से 12:00 बजे के बीच
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा कि पूरी निर्वाचन प्रणाली में हमारे बीएलओ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके कार्य को समुचित सम्मान देने व उनका उत्साहवर्धन करने के लिए आगामी 27 अक्टूबर को पूर्वान्ह 11:00 बजे से 12:00 बजे के बीच 1 घंटे तक सोशल मीडिया पर हैश टैग अभियान #ProudOfMyBLO चलाया जाना है।

बताया कि 27 अक्टूबर को सभी बूथों के बीएलओ अपने-अपने बूथ पर मौजूद रहेंगे ऐसे में राज्य के अधिकारियों, कर्मचारियों, मतदाताओं, विभिन्न वर्गों के सामाजिक कार्यकर्ताओं, युवाओं, छात्र-छात्राओं से अपील की जा रही है कि वे अपने बूथ पर मौजूद अपने बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) के साथ सेल्फी लेकर सुबह 11 से 12 बजे के बीच अपने-अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उपरोक्त हैशटैग के साथ पोस्ट करें। उन्होंने कहा कि उक्त अभियान न केवल मतदाता जागरूकता के लिए सहयोगी साबित होगा बल्कि पूरे निष्ठा से कार्य कर रहे सभी बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) के मनोबल को बढ़ाने वाला भी होगा।

मौजूद थे
बैठक के दौरान सभी जिलों के उप निर्वाचन अधिकारियों के अलावा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के ओएसडी गीता चौबे, अवर सचिव देवदास दत्ता, उप-निर्वाचन पदाधिकारी (मुख्यालय) संजय कुमार, सिस्टम एनालिस्ट एस एन जमील सहित विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।