*पार्टी की स्वतंत्र शक्ति बढाओ*
*सीपीएम के पार्टी कार्यकर्ताओं को मदूरै तमिलनाडु में पिछले दिनों संपन्न 24 वें महाधिवेशन के फैसलों की जानकारी दी गई*
*ईरान पर अमरीकी हमले की भर्त्सना की गई*
पाकुड़,23 जुन
सीपीएम ही देश में एकमात्र राजनीतिक दल है जहां आंतरिक लोकतंत्र को पूरी तरह लागू किया जाता है. सीपीएम में नेता उपर से नहीं थोपे जाते बल्कि नीचे से चुने गए प्रतिनिधियों द्वारा हर स्तर की कमिटी चुनी जाती है जो अपनी कमिटियों के सचिवों का निर्वाचन करते हैं. पार्टी प्रत्येक तीन वर्ष पर आयोजित होने वाले अपने अखिल भारतीय महाधिवेशन से तीन महीने पहले ही केंद्रीय कमिटी द्वारा स्वीकृत राजनीतिक प्रस्ताव का मसौदा जारी करती है जिसपर पार्टी के हर स्तर की कमिटियों में चर्चा कर संशोधन व सुझाव भेजे जाते हैं
इस मसौदे पर केवल पार्टी सदस्य ही नहीं कोई भी आम नागरिक अपने संशोधन या सुझाव भेज सकता है. इस बार राजनीतिक प्रस्ताव पर पूरे देश ही नहीं विदेशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों द्वारा लगभग 4 हजार से ज्यादा संशोधन और सुझाव भेजे गए जिनमें से कई संशोधन स्वीकार कर पार्टी महाधिवेशन ने राजनीतिक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया. अब इस राजनीतिक – सांगठनिक प्रस्ताव के आलोक में पार्टी संघर्ष और आंदोलन का कार्यभार तय करेगी. यह बात आज पाकुड़ जिले के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कही. शिक्षण शिविर के दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए डा. काशीनाथ चटर्जी ने बताया कि कम्युनिस्ट पार्टी दूसरी पार्टियों से अलग है जिसका मुख्य उद्देश्य है जनता की जनवादी क्रांति को कार्यरुप देना ताकि देश में सामाजिक – आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन के माध्यम से मनुष्य द्वारा मनुष्य का शोषण समाप्त किया जा सके. कम्युनिस्ट एक यैसे समाज की परिकल्पना करते हैं जिसमें भूख, गरीबी, बेरोजगारी नहीं होगी और सभी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की गारंटी होगी. यह समाजवादी व्यवस्था में ही संभव है जिसके लिए कम्युनिस्ट पार्टी सतत प्रयत्नशील है.
प्रशिक्षण शिविर को विकाश ठाकुर और रवि ने भी अपने अनुभव को साझा किया शिविर में पाकुड़ जिले के सभी प्रखंडों से आए 129 कार्यकताओं ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मानिक दुबे ने की. मौके पर राज्य सचिवमंडल सदस्य प्रो. शिबानी पाल, जिला सचिव गोपीन सोरेन, सैफुद्दीन शेख, मुकुल भट्टाचार्य, रामप्रवेश पासवान, रिजाउल करीम, देबाशीष दत्ता गुप्ता समेत जिला कमिटी के अन्य साथी मौजूद थे.
प्रशिक्षण शिविर के बाद जिला कमिटी की बैठक कर पाकुड़ जिला के जनमुद्दों को चिन्हित किया गया. जिसमें विस्थापन व कोयला परिवहन से हो रहे प्रदूषण के खिलाफ वर्षा के बाद प्रभावी आंदोलन की कार्ययोजना योजना बनाए जाने के लिए दुमका और पाकुड़ जिला कमिटी की संयुक्त बैठक करने का निर्णय लिया गया.
पार्टी द्वारा 30 जुन को संताल हूल की 169 वीं वर्षगांठ बड़े पैमाने पर मनाए जाने का फैसला लिया गया साथ ही 9 जुलाई की देशव्यापी हड़ताल को पाकुड़ जिले में सफल बनाए जाने का निर्णय लिया गया. ये जानकारी जिला सचिव गोपीन सोरेन ने दी।
*9 जुलाई की देशव्यापी हड़ताल को झारखंड में सफल बनाओ*
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