ईडी की टीम गुरुवार को पाकुड़ पहुंचकर मौलाना चौक से आगे बल्लभपुर स्थित सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यालय में छापेमारी की। दो इनोवा कार (जेएच 01 बीडब्ल्यू 5976 और जेएच 01 डीएम 4471) से आई ईडी की टीम एसडीपीआई पार्टी कार्यालय में सुबह करीब 10:45 बजे पहुंची थी। हालांकि सूत्रों का कहना है कि ईडी की टीम अहले सुबह ही पाकुड़ पहुंच चुकी थी। ईडी की टीम में कम-से-कम आधे दर्जन अधिकारी शामिल थे। वहीं टीम के साथ आधे दर्जन से ज्यादा सुरक्षा जवान मौजूद थे। यहां स्थित पेट्रोल पंप परिसर में ईडी का इनोवा पहुंची और टीम के अधिकारी कार उतरकर पंप के ठीक सामने स्थित एसडीपीआई पार्टी कार्यालय पहुंचे। पार्टी कार्यालय का शटर बंद था, तब तक ईडी कार्यालय के बाहर और आसपास के दुकानों में बैठे रहे। इस दौरान टीम के साथ पहुंचे जवानों ने अपना पोजीशन लेकर सुरक्षा में खड़े हो गए। इस दौरान रोड किनारे और एसडीपीआई कार्यालय तथा आसपास के दुकानों में खड़े जवानों पर आम लोगों की नजर पड़ी तो शुरू शुरू में लोग अचंभित रह गए। लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर यहां जवानों को क्यों तैनात किया गया है। बाद में धीरे-धीरे लोगों को एसडीपीआई के कार्यालय में ईडी रेड की जानकारी मिली। ईडी की छापामारी से हड़कंप मच गया। ईडी के पहुंचने के करीब आधे घंटे बाद एसडीपीआई कार्यालय का शटर खोला गया। इसके बाद ईडी के अधिकारी कार्यालय के अंदर गए और कार्यालय में रखें दस्तावेजों को खंगालने लगे। दोपहर 1:00 बजे तक जब खबर लिखी जा रही थी, तब तक ईडी की कार्रवाई जारी थी। इस दौरान सुरक्षा जवानों ने मीडिया कर्मियों को सहयोग की अपील करते हुए भीड़ इकट्ठा नहीं करने का अनुरोध किया। मीडिया कर्मियों को बताया गया कि शाम 5:00 बजे तक कार्रवाई चलने की संभावना है। इसलिए मीडिया अपना काम आराम से करें और ईडी के अधिकारियों को कार्रवाई करने में सहयोग करें। इधर खबर लिखे जाने तक ईडी के अधिकारी कार्यालय के अंदर रखे कागजातों को खंगाल रहे थे। हालांकि एसडीपीआई पार्टी के कोई भी स्थानीय नेता ईडी की कार्रवाई के दौरान कार्यालय में मौजूद नहीं थे। सूत्रों के मुताबिक मनी लॉन्ड्रिंग में गिरफ्तार एसडीपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी के मामले में ईडी ने पाकुड़ में छापा मारा है। एसडीपीआई के कार्यकर्ताओं ने फैजी के गिरफ्तारी का बुधवार को पाकुड़ में विरोध भी किया था। गिरफ्तारी के विरोध में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था।उल्लेखनीय है कि ईडी ने मनी लांड्रिंग के आरोप में एसडीपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी को गत मंगलवार को ही गिरफ्तार किया था। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक ईडी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को कोच्ची (केरल) से दिल्ली पहुंचने पर पूछताछ के बाद इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था। मीडिया में आई खबरों से यह भी जानकारी मिली है कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पिछले साल जनवरी 2024 में राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी का बयान दर्ज किया था। इसके बाद मार्च 2024 से फरवरी 2025 तक 12 बार राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी को ईडी ने तलब किया। लेकिन वे ईडी के सामने पेश नहीं हुए। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक एजेंसी का कहना है कि एसडीपीआई प्रतिबंधित संगठन पीएफआई का एक राजनीतिक मोर्चा है। एसडीपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी साल 2009 तक पीएफआई के सदस्य रहे।
25 फरवरी को प्रदेश कार्यकारिणी का हुआ था गठन
गत 25 फरवरी 2025 को ही एसडीपीआई के प्रदेश कार्यकारिणी का गठन हुआ था। पाकुड़ शहर के एक होटल में बैठक हुई थी। जिसमें एसडीपीआई के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने शिरकत किया था। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो. शफी साहब (राजस्थान), पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इलियास मोहम्मद तुंबे, एनडब्लूसी मेंबर सह बिहार के प्रभारी डॉ महबूब आवाद शरीफ (बैंगलोर, कर्नाटका) एवं झारखंड प्रभारी अब्दुल सलाम (केरला) मुख्य रूप से मौजूद थे। बैठक में हंजिला शेख को प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया गया था। जबकि हबिबुर रहमान उपाध्यक्ष बनाए गए थे। नई प्रदेश समिति में महासचिव एडमिन तहमीदुर रहमान, महासचिव संगठन शमीम अख्तर, सचिव वाजिदा खातून, अर्जुन टुडू व अमीर हमजा तथा कोषाध्यक्ष अवैदूर रहमान का चयन किया गया। वहीं समिति के सदस्य के रूप में शमीम अंसारी, उमर फारूख, अधिवक्ता अब्दुल हन्नान, हाजेरा खातून एवं गुलाम रसूल को रखा गया।