पाकुड़ में ऐतिहासिक रथ मेला पूरे देश के साथ शुक्रवार को मनाया गया। मेला ऐतिहासिक था , तो स्वाभाविक रूप से सभी परम्पराओं का पालन करते हुए यात्रा निकाली गई। पुलिस बल , प्रशासन सभी मुसतेदी से थे।
रथयात्रा बहुत ही शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ।
लेकिन एक नई अप्रिय परम्परा की शुरुआत हो गई। हाँलाकि यह छोटे रूप में एक वर्ष पहले ही हो गई थी , पर एक सामान्य घटना के नाते इसे उस समय गम्भीरता से नहीं लिया गया था , लेकिन अपराधी तो पहले एक प्रयोग करते हैं और फिर उसपर अपनी योजना बनाकर बड़े अपराध को अंजाम देते हैं ।
एक महिला रथ के पास प्रणाम कर रही थी , उसके गले में 26 ग्राम का सोने का चेन था , उसके पीछे एक महिला खड़ी थी। महिला के साथ एक पुरूष भी था। उस पुरूष ने प्रणाम करती महिला का चेन बड़ी सफाई से काट दिया , जब तक पुरूष के साथ वाली महिला चेन पर हाथ साफ़ करती , तब तक प्रणाम करती महिला की बेटी ने माँ के गले से चेन फिसलते देखा , और चेन बच गया। किसी को कुछ समझ में नहीं आया बात आई गई हो गई।
लेकिन जैसे ही यात्रा सम्पन्न हुई थाने में लगभग आधे दर्जन महिलाओं ने अपने अपने चेन गायब होने की सूचना दी। लो एन्ड ऑर्डर सम्भालने वाली पुलिस की महिलाओं की चेन गायब होने वाली घटनाओं की शिकायत पर चैन गायब हो गई। पूरा पाकुड़ पुलिस के साथ साथ इस तरह की अप्रत्याशित घटना से बेचैन हो गई।
हाँलाकि एक महिला इस घटना में पकड़ी गई , लेकिन राजापाड़ा से चली यात्रा के दौरान पूरे रास्ते इस तरह की कई घटनाओं से सभी अचंभित रह गए। इन घटनाओं के बाबत ये तो स्पस्ट हो रहा है कि रथ यात्रा की भीड़ में महिला और पुरूष का कोई ऐसा गैंग था , जो सफाई से चेन पुलिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। एक महिला के बैग पर ब्लेड चलाकर मोबाईल और पैसे ग़ायब करने की भी सूचना है। मतलब साफ़ है कि शातिर अपराधियों की गैंग थीं।
#kundan all poyent न्यूज के माध्यम से कई वीडियो सोशल मीडिया पर आ रहे हैं , जो सन्देहास्पद लोगों को दिखा रहा है , पुलिस विभिन्न वीडियो को खंगाल रही है। एस पी निधि द्विवेदी ने भी पूरे मामले के उद्भेदन का कड़ा निर्देश दे रखा है।
पूरे यात्रा के दौरान पुलिस पूरी तरह मुस्तेद थी। पुलिस की इतनी बड़ी संख्या में मुस्तेदी के बाद भी अपराधियों की मुस्तेदी , उनके शातिर होने का प्रमाण है , लेकिन पाकुड़ पुलिस से बच कर निकलना मुश्किल है। उदभेदन तो होगा ही। उधर मेले में जाली नोट से खरीदारी करती दो महिलाओं में एक भी पुलिस के हत्थे चढ़ी है। सब मामले सुलझ जाएँगे।
लेकिन पाकुड़ की आम जनता और महिलाओं से निवेदन होगा कि आस्था की भीड़ वाले जगहों पर जेवरात पहन जाने से पहरेज करें। वहाँ पुलिस तो होतीं हैं लेकिन उन्हें भीड़ संभालने और लॉ एंड ऑर्डर बनाये रखने की चुनौती भी होती है। यह एक अपनी आस्था को निर्बाध और सुरक्षित तरीके से एकाग्रता के साथ अर्पित करने की विनम्र सलाह है। फिर उल्टा रथ आ रहा है , अपना और अपने सामान का ध्यान रखें।
और चेन पुलिंग कर पाकुड़ को बेचैन करने वाले अपराधियो बहुत जल्द आप सभी पुलिस की गिरफ्त में होंगे , जेल में रहने के लिए सामान समेट लें।
चेन स्नेचिंग करने वाले अपराधी जान लें , पाकुड़ जेल आपके स्वागत के लिए तैयार है। महिलाएं आस्था की भीड़ में ज़ेवरात पहनने से करें पहरेज।
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