देश के सबसे पुराने लूप रेल लाइनों में से एक जिसपर पाकुड़ स्टेशन स्थित है, रेल द्वारा हमेशा से उपेक्षित रहा है। हावड़ा रेल डिवीजन का कमाऊ स्टेशन रहने के बाद भी आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यहाँ से गुजरने वाली कई ट्रेनों का ठहराव तक पाकुड़ जिला मुख्यालय के स्टेशन पर नहीं है। इस लूप लाइन पर स्थित झारखंड के पाकुड़ जिला मुख्यालय सिंघारसी एयरफोर्स स्टेशन के लिए भी एकमात्र महत्वपूर्ण स्टेशन है, बावजूद इसके यहाँ से सीधे पटना और दिल्ली के लिए कोई रेल सेवा नहीं रहना दुखद और आश्चर्यजनक है।
लगभग एक शताब्दी से पत्थर और पैसेंजर ढो कर पाकुड़ ने रेलवे को खरबों दीये हैं, अब तो एक दशक से यहाँ का कोयला भी रेल को कमाई नहीं मोटी कमाई दे रहा है।लेकिन रेल ने सुविधाओं के नाम पर काफ़ी कंजूसी बरती है।
यहाँ के चेम्बर ऑफ कॉमर्स स्थानीय अधिकारी ने X पर PMO से पटना और दिल्ली के लिए एक सीधी ट्रेन की माँग रखी है।यहाँ के विभिन्न संगठनों, संस्थाओँ और पार्टियों ने समय समय पर इस माँग को रेल के समर्थ ऑथरिटी के सामने रखी है, लेकिन उसे हमेशा अनसुनी रखा गया।
यहाँ के लोग लगातार उपेक्षित रहने के कारण किसी भी सरकार के रेल मंत्रालय से कभी सन्तुष्ट नहीं रहे। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता भी शायद इसके लिए जिम्मेदार रहा हो।
अब तो यहाँ लोग यह कहने लगे हैं कि पाकुड़ – गोड्डा रेल लाइन बनने के बाद ही शायद पाकुड़ के लोगों को पटना और दिल्ली के लिए सीधी रेल सेवा मिल सके , ऐसा क्यूँ ये संथालपरगना के लोग बेहतर समझ रहे होंगे।
खैर जो भी हो पाकुड़ रेल के द्वारा हमेशा से उपेक्षित रहा है, जो चिंता का विषय है लेकिन रेल मंत्रालय के लिए जरूर चिंतन का भी।
चेम्बर के सचिव संजीव कुमार खत्री ने माँगी पटना और दिल्ली के लिए सीधी रेल सेवा
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