Puja singhal प्रकरण ने सावित कर दिया Illegal mining
Puja singhl मामले के उजागर होने के साथ ही ये तो तय हो गया अवैध उत्खनन (Illegal mining) का बोलबाला रहा है। मुख्यमंत्री झारखंड ने अवैध उत्खनन पर नकेल कसने के निर्देश अधिकारियों को दिया। DGP ने पुलिस को निर्देश दिया। इधर पूरे सन्थाल परगना में अधिकारी अवैध उत्खनन रोकने पर रेस हैं। ED ने लगातार बड़ी रकम जप्त किये। इतना सब कुछ अवैध उत्खनन को सावित करने के लिए शायद काफ़ी होगा।
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इससे पहले जब कभी हम पत्रकार अवैध खनन की बात लिखते थे। तो चाँदी के जूते से जूतियाये गये समर्थ सरकारी अमलें सिरे से मामले को झुठलाते थे। सुबह होते ही चरने निकलने वाले नेताओं को मानो मिर्ची लग जाती थी। सम्बंधित थाने के दलालों को दलदली लगतीं थीं। थानेदारों की नज़रें तिरछी हो जातीं। बसूली करनेवाले हथकंडे सिपाही हम निरीह शब्दों के शिल्पकारों के मुँह सिल देने को आतुर दिखते थे।
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अब नही आती निःशब्दता, ओ आरोप लगानेवालों ?
अब ED के शिकंजे में शेर-शेरनियों के आते ही गीदड़ सब हु-हुयाने लगे हैं। भूल जाते हैं लोग बड़ी जल्दी सबकुछ। ये जो लोग अभी खूब बोलते , हिनियाते तथा ढेंचू-ढेंचू करते चोंक चौराहों पर दिख रहें हैं। वे सभी हमारे लिखते ही आरोप लगाते नहीं थकते थे कि पत्रकारों को हिस्सा नहीं मिला होगा। हमें सच लिखने पर शक के दायरे में रखनेवालों आज किस मुँह से Puja तथा Illegal mining and illegal transportation पर सवाल उठा रहे हो ?
अब ज़रा उन्हें कोई कह तो दे कि
सभी मुझी से कहते हैं, रख नज़र नीची अपनी,
कोई उनसे नहीं कहता , निकलो न यूँ अयाँ होकर।