Sunday, October 19, 2025
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी अपने नेतृत्व में झारखंड को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है:: शाहिद इक़बाल

पाकुड़: हमारे आदरणीय दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन जी को पार्टी का संस्थापक संरक्षक और झारखंड राज्य के लोक प्रिय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी को पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर मैं हृदय से बधाई और शुभकामनाएं दी। यह बाते झामुमो पूर्व केंद्रीय समिति सदसस्य शाहिद इक़बाल ने कहा। उन्होंने कहा कि
बाबा दीशोम गुरु शिबू सोरेन जी आपके संस्थापक संरक्षक के रूप में आपका मार्गदर्शन पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा देगा। यह सम्मान न केवल आपके केअपार योगदान का प्रतीक है, बल्कि झारखंड की जनता के प्रति आपके समर्पण का भी गौरव है।

शाहिद इक़बाल ने कहा कि आदरणीय हेमंत सोरेन जी, आपने अपने नेतृत्व में झारखंड को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। अबुआ आवास, माइयाँ सम्मान योजना, किसान कर्ज माफी एवं बिजली बिल माफी जैसे कदमों ने जनता के दिलों में जगह बनाई है। केंद्रीय अध्यक्ष के रूप में आपका नेतृत्व पार्टी को और सशक्त करेगा। आपके विजन और कर्मठता से झारखंड मुक्ति मोर्चा न केवल झारखंड, बल्कि राष्ट्रीय मंच पर भी अपनी पहचान को और मजबूत करेगी।

### गायत्री परिवार पाकुड़ के द्वारा होगा 51 कुंडीय गायत्री यज्ञ

गायत्री परिवार पाकुड़ ने आगामी 21 अप्रैल को 51 कुंडीय गायत्री यज्ञ का आयोजन करने की घोषणा की है। यह विशेष कार्यक्रम जिले के सिंधी धर्मशाला में आयोजित होगा। यज्ञ की शुरुआत आज भूमि पूजन से की गई, जिसमें विभिन्न प्रमुख उपस्थित थे।

भूमि पूजन समारोह में साहिबगंज के शिव शंकर निराला जी, पाकुड़ के प्रमुख मनोज गुप्ता, लाली गुप्ता, जिला समन्वयक पंकज वर्मा, ममता जायसवाल, राजेश जायसवाल, कृष्णा तिवारी और प्रवक्ता बबीता मंडल, सुमित्रा देवी, ड्यूटी मिश्रा सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।

गायत्री परिवार पाकुड़ की तरफ से सभी को इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस यज्ञ का उद्देश्य समाज के कल्याण और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ावा देना है।

समिति ने आम जनों सहित मीडिया से अनुरोध किया है कि इस कार्यक्रम की जानकारी को प्रमुखता से अपने समाचार पत्रों और प्लेटफार्मों पर प्रकाशित करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकें
गायत्री परिवार द्वारा आयोजित यह यज्ञ न केवल आध्यात्मिकता को बढ़ावा देगा, बल्कि समाज में एकता और समर्पण की भावना भी विकसित करेगा।*

मनाई गई बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती , किये गए माल्यार्पण।

दिनांक 14 अप्रैल 2025 दिन सोमवार को भारत रत्न, विश्वविद्वान एवं भारत के संविधान रचयिता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह मनाया गया। डॉ भीमराव अंबेडकर विचार मंच पाकुड़ के द्वारा बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती में सिद्धू कानू पार्क से शोभायात्रा निकाली गई बुक शोभायात्रा को मुख्य सड़क से होते हुए बैंड बाजा के साथ अंबेडकर चौक तक चलाया आया वह शोभा यात्रा अंबेडकर चौक के पास बाबा साहब की आदमकद प्रतिमा को मंच के विभिन्न पदाधिकारी ने बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों उनके द्वारा किए गए कार्य एवं समाज में समरसता के प्रति अपना अपना विचार प्रकट किया। बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह में पाकुड़ शहर के प्रबुद्ध नागरिक, समाजसेवी एवं जिला के सभी पदाधिकारी गण तथा मंच के सभी पदाधिकारी गन उपस्थित हुए।
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संविधान सभा की संक्षिप्त जानकारी
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भारतीय संविधान को संविधान सभा ने बनाया था. संविधान सभा के सभी सदस्यों ने इसमें अहम भूमिका निभाई थी. डॉ अम्बेडकर के निर्देशन में संविधान की मूल कॉपी को प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा ने लिखा था. वहीं, संविधान की हिन्दी पांडुलिपि को वसंत कृष्ण वैद्य ने लिखा था.
संविधान के निर्माण के लिए डॉ भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में 29 अगस्त, 1947 को संविधान सभा ने संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए प्रारूप समिति का गठन किया था
संविधान दुनिया के सबसे लंबा और सबसे विस्तृत संविधान के निर्माण के लिए 22 सदस्यीय टीम बनाई गई थी। 4 फरवरी 1948 को समिति ने सविधान को 165 दिनों में 11 बैठकों के बाद प्रकाशित किया। 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा पारित करने के बाद 26 जनवरी1950 को इसे लागू कर दिया गया था।
चूँकि संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ आंबेडकर थे , और उनके निर्देशन तथा देखरेख में संविधान की ड्राफ्टिंग हुई , इसलिए उन्हें इसके निर्माण का श्रेय जाता है।
डॉ आंबेडकर ने हमारे संविधान के निर्माण में समानता और समाज के सभी वर्गों के अधिकारों का सन्तुलित ध्यान रखा , और समय समय पर समसामयिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उसमें तार्किक संशोधन के रास्ते भी बनाये रखे। ताकि सामयिक आवश्यकता के अनुसार हम अपने संविधान को और ज्यादा निखार सकें।
हमारा संविधान दुनियाँ का सबसे बड़ा संविधान है , उसपर विस्तार से चर्चा किसी चन्द शब्दों ,पन्तियों और पन्नों में नहीं किया जा सकता , लेकिन संविधान निर्माण के विषय में उक्त संक्षिप्त परिचय ही काफी लगता है।
और हरसाल 14 अप्रेल को हम बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाते हुए , उन्हें याद कर हम माल्यार्पण आदि कर सम्मान समर्पित करते हैं।
सोमवार को भी पूरे प्रशासन , राजनैतिक पार्टियों सहित सम्पूर्ण समाज ने अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए बाबा साहब को माल्यार्पण किया। पाकुड़ के अम्बेडकर चोंक पर उनके आदमकद प्रतिमा के पास समारोह पूर्वक उन्हें याद किया गया।
इस समय दुखद सिर्फ़ इतना है कि एक ओर हम अपने संविधान निर्माता को सम्मान अर्पित कर रहे हैं तो दूसरी ओर देश में विभिन्न स्थानों पर इसी संविधान संशोधन के विरोध में संविधान का ही हिंसक चीरहरण कर रहे हैं , जबकि इसी संविधान ने अपनी असहमतियों को सरकार के सामने रखने के लिए अहिंसक धरना प्रदर्शन का हमें विकल्प दे रखा है।
सवाल उठता है कि क्या हमारे संविधान निर्माता हमारे हिंसक प्रदर्शन से माल्यार्पण के बाद भी आँसू नहीं बहा रहे होंगे। उनकी प्रतिमा को माल्यार्पण कर वहीं उनके आँखों में आँखें डाल कर हमें स्वयं से ये सवाल पूछना चाहिए।
मैं पूज्य बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर से अपने देश की ओर से माफ़ी माँगता हूँ , और संविधान सम्मत चलने , विचारने तथा रहने की सद्बुद्धि की भीख आशीर्वाद के रूप में माँगता हूँ।

*पाम संडे के पूर्व ईसाई समुदाय के लोगों ने निकाली शोभायात्रा*

सुदीप कुमार त्रिवेदी की कलम

यूनाइटेड क्रिश्चियन फोरम द्वारा आयोजित ख्रीस्त राजा शांति सभा यात्रा में लगभग 25,000 ईसाई समुदाय के लोगों ने भाग लिया। यह यात्रा जिदातों मिशन मैदान से शुरू होकर धनुषपूजा मैदान में समाप्त हुई। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने हाथों में खजूर की डालियां लेकर शांति का संदेश दिया और प्रभु यीशु के जीवन से जुड़ी झांकियां प्रस्तुत की। रेवरेंड रोशन हांसदा ने बताया कि उक्त पर्व यीशु के जेरूसलम प्रवेश की याद में मनाया जाता है, जहां लोगों ने खजूर की डालियों से उनका स्वागत किया था। पाम संडे से गुड फ्राइडे और ईस्टर की शुरुआत होती है जो विश्व शांति का संदेश देता है।गोकुलपुर चर्च मैदान में भव्य सभा का आयोजन किया गया, जिसमें राजमहल सांसद विजय हांसदा उपस्थित रहे। विधि व्यवस्था व सुरक्षा को देखते हुए शोभायात्रा के दौरान एसडीओ साइमन मरांडी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डीएन आजाद, नगर थाना प्रभारी प्रयागराज, एस आई कन्हैया यादव, विनोद सिंह, शर्मीला मार्दी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात थे।

*नगरनबी बहिरग्राम सड़क पर हुई सड़क दुघर्टना*

सुदीप कुमार त्रिवेदी की कलम से..

पाकुड़ नगरनबी बहिरग्राम सड़क पर अहले सुबह एक सड़क दुघर्टना हुई जिसमें एक चार चक्का वाहन WB 26B X 1073 व बाइक के बीच जबरदस्त भिड़ंत हुई। इस दुर्घटना में बाइक चालक को गंभीर चोट आई जिसके कारण उसे पाकुड़ सदर अस्पताल में ईलाज हेतु भेजा गया है। दुर्घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस गश्ती दल पहुंच चुकी थी। गशती दल ने पूछने पर बताया कि दोनों गाड़ी को थाने में रखा गया है जबकि उक्त चार चक्का वाहन उसी सड़क पर स्थित ईंट भट्टा के पास रखी गई थी। इस मामले में माल पहाड़ी ओपी थाना प्रभारी अंशु उपाध्याय ने बताया कि उक्त चार चक्का वाहन अधिक क्षतिग्रस्त होने के कारण थाना नहीं लाया जा सकता था, इसलिए उस वाहन को पुलिस की निगरानी में उक्त ईंट भट्टा के पास रखा गया है।
बाइक चालक के बारे में अधिक जानकारी नहीं मिल पाईं है। इस मामले में पुलिस अग्रतर अनुसंधान में जुट गई है।

सोमवार मनी ईद , शाम ढलते ही खुशियों की चाँदनी बाँटने निकला पाकुड़ का चाँद।

सोमवार को हिंदुस्तान सहित पड़ोसी मुल्कों में ईद मनाई गई। खुशियों के इस त्योहार की मिठास से पूरा वातावरण मानो महक उठा , अभी ईद की मिठास की ख़ुमारी कई दिनों तक रहेगी।

ये अलग बात है कि देश के कुछ जगहों पर ईद भी राजनीति का अखाड़ा बना। दुखद बात रही कि कुछ इस्लामिक पड़ोसी मुल्क मंहगाई की मार से इस क़दर त्रस्त दिखा, कि गरीबों के दामन और आँगन ईद की खुशियों से अछूता रह गया।

हिंदुस्तान में कुछ गरीबों के आंगन तक राजनीति की चाशनी में लिपटी ईद की खुशियाँ पहुँची , लेकिन पाकुड़ में राजनीति और कूटनीति से बिलकुल इतर एक शख़्स अंदर से व्यग्र था कि ईद की खुशियाँ कैसे उन जरूरतमंदों तक पहुंचाई जाय , जहाँ कोई कूटनीति की महक न पहुँचे।
एक आँखें ईद की खुशियों को बाँटना चाहता था, गरीबी के भावशून्य आँखों में भी मिठास का संतोष देखना चाहता था।

365 दिन पाकुड़ स्टेशन पर गरीबों को भोजन कराने वाले पत्थर व्यवसायी लुत्फुल हक़ ने सन्ध्या होते ही उन्हीं गरीबों की थाली में ईद की मिठास परोस दी।

खाने के साथ अपनी थाली में सेवइयों के साथ साथ मिठाई की परोसन देख गरीबों के गले के साथ आँखें भी भर आईं। और खाने के साथ ईद की मिठास परोसने वाले हाथ स्वयं उस लुत्फुल हक़ के रहे , जो पवित्र एक महीने तक रोज़े के बाद ख़ुदा की ईबादत को उठते रहे। एक ग़ज़ब का सन्तोष लुत्फुल के चेहरे पर दिख रही थी। कुछ पत्रकारों ने सवाल भी किये , उन्होंने कहा कि ये तो रोज की बात है , इसमें कहना क्या।

लेकिन मैं दूर खड़ा सेवइयां और मिठाइयाँ बाँटते उनके चेहरे और आँखों को पढ़ रहा था , मानो वो कह रहा हो , कि ईद ख़ुशियाँ मनाने का त्योहार सिर्फ़ नहीं , एक महीने के रोज़े के बाद ईद ख़ुशियाँ बाँटने पर ही मुक़म्मल होता है।

सचमुच ख़ुशियाँ बाँटना ही तो ईद है , जैसे चाँद चाँद चाँदनी बाँटने निकलता है! है न ?

ख़ुशियाँ बाँटने वाले इस शख़्स की इसी महक ने देश-विदेश में उन्हें सम्मानित कराया है।
एक सेल्यूट मेरा फिर से लूट ही जाती है ज़नाब लुत्फुल की सादगी और सोच❤️

जिला प्रशासन के द्वारा शहर के विभिन्न होटल व रेस्तरां में जांच अभियान चलाया गया

सुदीप त्रिवेदी की कलम से—-

आसन्न दिनों में विभिन्न पर्व के मद्देनजर शहर में किसी भी तरह की संभावित असंवैधानिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने क लिए उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।

इसी क्रम में बीती रात को अनुमंडल पदाधिकारी साइमन मरांडी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दयानंद आजाद एवं खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी धनेश्वर हेम्ब्रम की संयुक्त टीम के द्वारा शहर के विभिन्न होटल व रेस्तरां में सघन जांच अभियान चलाया गया। हालांकि इस जांच अभियान में किसी तरह की कोई आपत्तिजनक चीजें व गतिविधियां नहीं मिली लेकिन लेकिन एक सवाल के जबाब में अनुमंडल पदाधिकारी व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने सीधे तौर पर कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारियों की रेकी करने वाले लोगों की सूचना प्रशासन को है और जल्द ही वो सलाखों के पीछे होंगे।

सवाल यह भी उठता है, कि रेकी करनेवालों को सलाखें तो मिलेंगी, लेकिन इन्हें एकदम सटीक जानकारी मिलतीं कैसे हैं, कि वे रेकी करने सही समय पर उपलब्ध रहते हैं। इसके लिए सरसों में छुपे भूत को भी खंगालना होगा।

धमक की चमक से हम चौन्धियानेवाले नहीं , हम पत्रकार हैं , चाटुकार नहीं।

नॉट—-  चित्र में दिये ख़बर कितना सच है , ये तो पता नहीं। मैं इस ख़बर की पुष्टि भी नहीं करता ,लेकिन सोसल मीडिया पर ख़बर दिखा तो दृष्टांत याद आ गया।लिख डाला जो दिल में था।

कहते हैं कि पद , प्रतिष्ठा , पैसा , शराब और हथियार सभी हजम नहीं कर पाते। ये चीजें गड़बड़ हाजमे वालों के व्यवहार और बातों से दुर्गंध के रूप में निकल ही आते हैं।
संयोग से पाकुड़ भी इससे अछूता नहीं है।

महज़ व्हाट्सएप में एडमिन से हटाए जाने पर एक पत्रकार को सबक सिखाने की बात कहने से भी नहीं हिचकते। ऐसे में कोई सफल राजनेता होने की बात भी कैसे सोच सकता है।

पैसे के बल पर कुछ गरीबों की मदद कर , और राजनेताओं के साथ फ़ोटो पोष्ट कर आम जनता के दिल तक उतरना सम्भव नहीं है। किसी शायर ने कहा है —

“जिश्म की बात नहीं है , उसके दिल तक जाना था,
लम्बी दूरी तय करने में वक़्त तो लगता है।”

पाकुड़ के पड़ोस में एक जिला है , वहाँ दशकों पहले एक समर्थ प्रत्याशी ने मतदाताओं को उस समय सायकिल दिया था, जब सायकिल मोटरसाइकिल की हैसियत रखता था। लेकिन वो चुनाव हार गए थे।

आम जनता सिर्फ़ आपके भौतिक सहयोग से आपका मूल्यांकन नहीं करते बल्कि आपके आचार विचार और व्यवहार को भी बारीकी से देखते हैं।

बूथ लूट का जमाना पीछे बहुत दूर छूट गया , अब आप अपने व्यवहार और बातों से दिल लूटने की सोचिये , तो बात बनेगी।

खैर पत्रकारों को धमकाने वाले ये समझ लें कि पत्रकार जिस दिन पत्रकारिता करने की सोचते हैं , अपनी जान हथेली पर रख लेते हैं , लेकिन चुनाव लड़ने की सोचने वाले पहले अंगरक्षकों की बहाली करते हैं , तब जनता के बीच पहुँचते हैं।

धमक के सहारे राजनीति नहीं होती यार , व्यवहार से व्यक्तित्व चमकाओ , राजनीति में चमकता व्यक्तितव ही जनता को भाता है।

लिखना कहना और उदाहरण बहुत देना चाहता था लेकिन पाठक अन्यथा न ले ले इसलिए फ़िलवक्त इतना ही।

चाटुकारों से बचो , शहद ख़त्म होते ही ये किसी और डाल पर नज़र आएंगे।

बाँकी जो है , सो तो हेईये है 😊

शेखर बॉस जन्मजयंती को बॉलीबॉल दिवस के रूप में मनाने का हुआ निर्णय।

पाकुड़ जिला वालीबॉल संघ की बैठक संघ के सचिव हिसाबी राय के अध्यक्षता में रेलवे मैदान पाकुड़ में आयोजित किया गया।बैठक में मुख्य रूप से संघ के मार्गदर्शक संजय कुमार ओझा,अनिकेत गोस्वामी, प्रशिक्षक उजय राय,मुन्ना रविदास, संजय कुमार राय, निर्भय कुमार सिंह रतुल दे सहित सभी खिलाड़ियों ने भाग लिया।
बैठक में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी वॉलीबॉल के भीष्म पितामह एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक शेखर बोस के जन्म जयंती को वॉलीबॉल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। इस बाबत जिला वालीबॉल संघ के द्वारा 3 अप्रैल 2025 बृहस्पतिवार को रेलवे मैदान पाकुड़ में विभिन्न आयु वर्ग के वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जिसमें कुल दस टीमें हिस्सा लेंगी साथ ही वरिष्ठ एवं वॉलीबॉल युवा खिलाड़ियों के बीच प्रेरणादायी वॉलीबॉल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें पाकुड़ जिला के वरिष्ठ खिलाड़ीगण अपने कनिष्ठ खिलाड़ियों के साथ एक मैच खेलेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर परिषद निवर्तमान अध्यक्ष सम्पा साहा विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला खेल एवं पर्यटन पदाधिकारी राहुल कौशिक,स्टेशन प्रबंधक,पाकुड़ लखीराम हेम्ब्रम,अखिलेश कुमार चौबे,ओलंपिक संघ के सचिव रणवीर सिंह संयुक्त रूप से शेखर बोस जी के जन्म जयंती का केक काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।
आज के बैठक में आशीष कुमार, कृष्ण घोष,कबीर सरकार,अमन कुमार,रोशन भगत,आर्यन कुमार,शुभम पंडित,कपिल रजक,अंजनी मिश्रा,कृष्णा सूरज पंडित,इंद्रजीत कर्मकार,रोशन सरदार,प्रतुल दे,कन्हैया भगत,आकाश सहाना,राजवीर भगत,प्रीतम कुमार,रोहित घोष,जीत सरदार,अभिनव ओझा,सोमू भास्कर,राजनाथ गुप्ता,सुरोजित सरदार,ईश्वर चंद्र राय मौजूद थे

*रामनवमी की तैयारी को लेकर अखाड़ा समिति की हुई बैठक*

पाकुड़ में प्रत्येक वर्ष रामनवमी की शोभा यात्रा बड़े धूमधाम और गर्मजोशी के साथ निकाला जाता है जिसमें की हजारों लोगों का जनशाला उमड़ता है। पाकुड़ में रामनवमी रेलवे कॉलोनी से निकलकर कलिकापुर,गांधी चौक हिरण चौक पाकुड़ मुख्य सड़क होते हुए नगर थाना तक पहुंचती है।इस वर्ष रामनवमी महोत्सव अप्रैल माह के 6 तारीख को है जिसको लेकर रामनवमी अखाड़ा समिति की बैठक रेलवे कॉलोनी दुर्गा मंदिर में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य रूप से पाकुड़ हिंदू समाज के विभिन्न संगठनों के प्रमुख विभिन्न मोहल्ले के प्रमुख एवं समाज के महानुभव एवं बुद्धिजीवियों के साथ अखाड़ा समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे।
*अखाड़ा समिति के सक्रिय सदस्य अमित साहा* ने बताया कि आज अखाड़ा समिति के साथ विभिन्न संगठनों एवं समाज के प्रमुख लोगों की बैठक हुई बैठक में मुख्य रूप से इस वर्ष अखाड़ा को और भी अधिक भव्य तरीके से निकालने एवं इसका सफल आयोजन को लेकर चर्चा की गई। हमारा यह पारंपरिक अखाड़ा वर्षों से इसी प्रकार रामनवमी के दिन रेलवे कॉलोनी से निकलकर शहर का भ्रमण करते हुए नगर थाने तक पहुंचती है इस अखाड़े की स्थापना वर्ष 1961 में की गई थी तब से लेकर अब तक प्रत्येक वर्ष पारंपरिक रूप से यह अखाड़ा निकलते आ रहा है।
*अखाड़ा समिति के अध्यक्ष प्रेमचंद साहा* ने बताया कि वर्षों से रेलवे कॉलोनी के इस अखाड़ा परिसर में युवाओं को अखाड़े में अस्त्र-शस्त्र चलाने का अभ्यास कराया जाता आ रहा है। पाकुड़ के समस्त सनातनियों से मेरा आग्रह है कि रामनवमी में सभी अखाड़ा में भाग अवश्य ले और जिन्हें भी शस्त्र चलाने का अभ्यास करना है वह प्रत्येक शाम हमारे अखाड़े में आकर शस्त्र चलाने का अभ्यास कर सकते हैं।
बैठक में अखाड़ा समिति से सोहन मंडल,रूपेश राम,मुरारी मंडल,सुशील साहा,टोनी मंडल के साथ सत्य सनातन संस्था से रंजीत चौबे,विश्व हिंदू परिषद से अशोक वर्मा,भाजपा नेता हिसाबी राय,अनिकेत गोस्वामी, सानू रजक,महावीर भगत,के साथ अन्य दर्जनों राम भक्त उपस्थित थे।