खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत आयोजित होने वाले सांसद खेल महोत्सव की तैयारी को लेकर जिला वॉलीबॉल संघ पाकुड़ की बैठक संघ के अध्यक्ष हिसाबी राय की अध्यक्षता में रेलवे मैदान पाकुड़ में आयोजित किया गया। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय सहित संघ के महासचिव अनिकेत गोस्वामी, संजय कुमार ओझा उपस्थित थे।
सांसद खेल महोत्सव का आयोजन 21 सितंबर से 25 दिसंबर 2025 तक राजमहल लोकसभा में किया जाएगा।इस अवसर पर नमो फुटबॉल, नमो वॉलीबॉल,नमोकबड्डी,नमो कुश्ती सहित कई लोकप्रिय खेलों की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। जिसका विधिवत उद्घाटन झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय बाबूलाल मरांडी जी के द्वारा राज्यसभा के सांसद आदित्य साहू जी,राजमहल विधानसभा के पूर्व विधायक अनंत कुमार ओझा जी की गरिमामय उपस्थिति में 21 सितंबर को पाकुड़ रेलवे मैदान में किया जाएगा।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में खेलों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सांसद खेल महोत्सव एक महत्वपूर्ण पहल है।इस आयोजन से न केवल ग्रामीण स्तर के खिलाड़ियों की प्रतिभा निखरेगी बल्कि उन्हें राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने का सुनहरा अवसर मिलेगा।इस खेल में भाग लेने वाले इच्छुक प्रतिभागी वेबसाइट पर जाकर अपना नि:शुल्क पंजीकरण करवा सकते हैं।
जिला वॉलीबॉल संघ के अध्यक्ष हिसाबी राय ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव के माध्यम से पाकुड़ ही नहीं बल्कि पूरे राजमहल लोकसभा के युवाओं में खेल के प्रति जागृति और प्रतिस्पर्धात्मक भावना का संचार होगा।
सांसद खेल महोत्सव तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में मुन्ना रविदास, लाल्टू भौमिक, अविनाश पंडित,उजय राय,बिपिन कुमार चौधरी,संजय राय,ओम प्रकाश नाथ, राहुल मंडल,रतुल दे,जितेश रजक,सोमू भास्कर,रोशन भगत, कन्हैया भगत,आर्यन भगत,शिवम पंडित,युवराज उपाध्यक्ष,चेतन भगत, रोशन सरदार,अमन कुमार,सूरज पंडित,कविर सरदार,ऋषि कुमार मौजूद थे।
सांसद खेल महोत्सव की तैयारी को लेकर जिला वॉलीबॉल संघ की बैठक।
*हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर एक संगोष्ठी का आयोजन*
*हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर एक संगोष्ठी का आयोजन*
हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर दिल्ली पब्लिक स्कूल, पाकुड़ के सभागार में एक गरिमामयी एवं प्रेरणादायी संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस विशेष अवसर पर विद्यालय के निर्देशक श्री अरुणेंद्र कुमार महोदय, प्रधानाचार्य श्री जे.के. शर्मा जी तथा स्कूल के सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्र भाषा के महत्व पर विचार-विमर्श करना और शिक्षकों-छात्रों में हिन्दी के प्रति सम्मान एवं गर्व की भावना जागृत करना था।
कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुआ। इसके शुभ अवसर पर विद्यालय के निदेशक महोदय श्री अरुणेंद्र कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिन्दी केवल संवाद का माध्यम ही नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और सभ्यता की आत्मा है। उन्होंने सभी को यह प्रेरणा दी कि हिन्दी को केवल ‘हिन्दी दिवस’ तक सीमित न रखकर उसे जीवन की दिनचर्या और व्यवहार में शामिल करने में गर्व होना चाहिए।
प्रधानाचार्य श्री जे.के शर्मा जी ने अपने संबोधन में हिन्दी भाषा की ऐतिहासिक यात्रा और उसके साहित्यिक गौरव पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी शिक्षकों से आग्रह किया 14 सितम्बर को मनाया जाने वाला यह पर्व हमें प्रेरित करता है कि हम अपनी भाषा के अनुराग और सम्मान को अक्षुण्ण रखें, उसकी विशालता को नए आयाम दें और आने वाली पीढ़ियों तक उसकी विरासत को पहुँचाएँ। यह दिन भारतीय अस्मिता का अलंकरण है, और हिंदी वह रत्न है जो हर जीभ पर चमकता है, हर आत्मा में गूंजता है।
इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष श्रीमती नेहा चक्रवर्ती ने हिंदी भाषा की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए कहा कि हिंदी का सम्मान करना, केवल भाषा का नहीं, बल्कि अपनी पहचान और स्वाभिमान का सम्मान करना है। हिंदी को बढ़ावा देने का अर्थ अन्य भाषाओं को छोटा करना नहीं बल्कि अपनी मात्रा भाषा को गर्व से अपनाना है।
अन्य शिक्षकगणों में श्री तापोश सरकार ने काव्यात्मक शैली में, श्री विकास गुप्ता ने ऐतिहासिक परिवेश को रेखांकित करते हुए, सुश्री सरस्वती ने कविताओं के माध्यम से एवम् अन्य शिक्षकों ने अपने विचार संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए हिन्दी भाषा की समृद्धि, साहित्यिक धरोहर तथा वैश्विक स्तर पर इसके बढ़ते महत्व पर विस्तृत चर्चा की।
किसी ने हिन्दी साहित्य की परंपरा और लेखकों के योगदान का उल्लेख किया तो किसी ने हिन्दी की सरलता और सर्वग्राह्यता पर जोर दिया। सभी वक्ताओं ने यह संदेश दिया कि यदि हमें अपनी संस्कृति को सुरक्षित रखना है, तो हिन्दी का संरक्षण और संवर्धन आवश्यक है।
संगोष्ठी का संचालन श्रीमती मौमिता द्वारा अत्यंत प्रेरणादायी और उत्साहवर्धन करते हुए किया गया।अंत में,इस संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ कि हम सभी हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार और सम्मान में अपना सक्रिय योगदान देंगे।
*शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी हुआ विशाल आयोजन, सांसद प्रतिनिधि और विधायक प्रतिनिधि ने दिया स्कूली शिक्षा का मूलमंत्र*
पाकुड़ शहर के स्थानीय विद्यालय मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय राज+2 में शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया, विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री श्याम यादव(सांसद प्रतिनिधि, राजमहल लोकसभा) मुख्य अतिथि ग़ुलाम अहमद जी(विधायक प्रतिनिधि , पाकुड़ विधानसभा) जिला शिक्षा पदाधिकारी महोदया सुश्री अनिता पूर्ति , परिमल फाउंडेशन से सुश्री मीना ठाकुर , विद्यालय स्वास्थ्य विभाग से श्री कुंदन कुमार, संकुल संसाधन सेवी श्री उज्ज्वल ओझा जी, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री विजयेंद्र त्रिवेदी जी और समिति के सभी अध्यक्ष, स्कूल के वरिष्ठ शिक्षकगण तथा दो सौ से ज्यादा की संख्या में उपस्थिति अभिभावकगण द्वारा विभिन्न प्रस्तावों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई । संगोष्ठी में निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया:
1. *गत बैठक की संतुष्टि:* पिछली बैठक के निर्णयों और प्रगति पर संतुष्टि व्यक्त की गई।
2. *100% नामांकन और उपस्थिति*: विद्यालय में शत-प्रतिशत नामांकन और नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। शत प्रतिशत उपस्थिति होने पर यदि बच्चे असफल होते हैं तो सारी जवाबदेही शिक्षक लेने हेतु तैयार हैं, प्रिंसिपल इंचार्ज ने स्वंय इस बात की पुष्टि भी कर दी। साथ ही यदि 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति होगी तो बच्चे को फॉर्म भरने से रोका जायेगा।
3. *लर्निंग गैप को कम करना:* बच्चों में सीखने की कमी (लर्निंग गैप) को दूर करने के उपायों पर चर्चा की गई।
4. *शिक्षक-अभिभावक सहयोग:* अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बेहतर सहयोग को बढ़ावा देने पर बल दिया गया। स्कूल का गेट सुबह 8:30 से 09:05 तक प्रवेश हेतु खुला होगा अभिभावकों को चाहिए कि बच्चे को समय पर स्कूल भेजें और 3 बजे उपरांत ही वापस लाएं।
5. *परीक्षाओं में प्रदर्शन:* आगामी परीक्षाओं में बच्चों के प्रदर्शन, उपस्थिति और इन परीक्षाओं के लाभों पर विचार-विमर्श हुआ। जिन बच्चों का अटेंडेंस 75% से कम है वैसे 10% से ज्यादा उपस्थिति वाले बच्चों का स्पेशल टेस्ट लिया गया जिनका परिणाम बेहतर होगा उसे फॉर्म भरने हेतु बुलाया जायेगा, जो बच्चे इस बार सफल नहीं हो पाए हैं उसे रोजाना स्कूल आकर , स्पेशल क्लास द्वारा सिलेबस पूरा करेंगे।
6. *माता-पिता की भागीदारी:* शिक्षा में छात्रों के माता-पिता की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर चर्चा की गई। इस सम्बंध में विशिष्ट अतिथि का उदबोधन मार्गदर्शन प्रदान करने का काम किया है।
7. *विद्यालय की गतिविधियाँ:* विद्यालय में चल रही विभिन्न गतिविधियों और उनके प्रभाव पर विचार-विमर्श हुआ।
8. *10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा*: कम उपस्थिति प्रतिशत वाले छात्रों के लिए उपयुक्त कदम उठाने की चर्चा हुई। यह निर्णय लिया गया कि ऐसी स्थिति में फॉर्म भरने पर रोक लगाई जाएगी। CBSE , JEPC के मार्गदर्शन और निर्देशन पर कठोर निर्णय लिया गया है जिस पर जनप्रतिनिधियों और प्रशासन का सहयोग प्रदान करना एक अभूतपूर्व तथा उल्लेखनीय कार्य है।
संगोष्ठी में शिक्षकों और अभिभावकों ने मिलकर विद्यालय के विकास और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सहयोग करने का संकल्प लिया। यह आयोजन विद्यालय और अभिभावकों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने में सफल रहा। विद्यालय प्रशासन द्वारा इस मौके पर कुछ अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यानाकर्षण किया जिस पर सांसद प्रतिनिधि महोदय, विधायक प्रतिनिधि महोदय ने पत्राचार द्वारा संशोधन एवं विकास कार्य पर गति लाने हेतु अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की जैसे-
1. विद्यालय में ओडिटोरिम या सभागृह की कमी।
2. खेल का मैदान की कमी
3. 1100 वोल्ट बिजली की तार अनावश्यक रूप से प्रवहण।
4. स्कूल के पोखरा का पुनः अधिग्रहण ।
जैसे सभी मुद्दे पर गंभीरता से विचार करते हुए जरूरी क़दम उठाने का भरोसा दिया गया।
तदुपरांत पौधरोपण कार्यक्रम पुर्ण कर आज के शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी को सफल किया गया जिसके लिए कार्यक्रम के अंत में प्रभारी प्रधानाध्यापक राजू नन्दन साहा द्वारा सभी का आभार जताया।कार्यक्रम का संचालन शिक्षक श्री निर्मल ओझा, मीना हेम्ब्रम और सुमिता हेम्ब्रम ने की जबकि स्वागत भाषण श्री आशुतोष कुमार द्वारा दिया गया। अन्य गणमान्य शिक्षक और अभिभावकों की उपस्थिति गरिमामय रही – श्री मुकुल हुसैन, नसीम दफादार, इमानूर शेख, कलिसाधन साहू, श्री अरूप कुमार दास, सफ़दर जी, अब्दुल्ला जी, नागेश्वर जी आदि ।
समाज और लोगों को बांटने वाली पार्टी है भाजपा : जनाब खालिक
संगठन सृजन अभियान के तहत पाकुड़ जिला कांग्रेस कार्यालय में पाकुड़ नगर कांग्रेस कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक,नगर अध्यक्ष वंशराज गोप की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।जहां मुख्य अतिथि के रूप में,एआईसीसी द्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर,पूर्व सांसद माननीय अब्दुल खालिक जी,पीसीसी द्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर प्रदेश उपाध्यक्ष माननीय सुल्तान अहमद जी,मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन श्री रविंद्र सिंह जी तथा जिला अध्यक्ष श्रीकुमार सरकार जी उपस्थित रहे। इस बैठक में उपस्थित एआईसीसी ऑब्जर्वर जनाब खालिक जी ने मुख्य रूप से उपस्थित नगर कमिटी के पदाधिकारियों एवं वार्ड अध्यक्षों को संबोधित करते हुए,संगठन सृजन अभियान की महत्ता को कार्यकर्ताओं के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि इस अभियान से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती प्रदान होगी।वही उन्होंने पाकुड़ कांग्रेस जिला अध्यक्ष की चयन प्रक्रिया को साझा किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी सभी जाती,धर्मों को निरंतर साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। जिसका देश की आजादी में अहम योगदान रहा है यह बलिदानियों की पार्टी है।जबकि भाजपा सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा कि भाजपा,आम लोगो को आपस में लड़ाने वाली पार्टी है। इस पार्टी में लोगों को मानव की दृष्टिकोण से नहीं बल्कि हिन्दू,मुस्लिम सिख,ईसाई की विभाजन भरी दृष्टि से देखा जाता है जो आने वाले पीढ़ियों के लिए सही नहीं है ऐसी विभाजनभरी नीति वाली पार्टी का देश के आजादी में कोई अहम भूमिका नहीं है। वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष सुल्तान अहमद जी ने कहा कि राहुल गांधी जी से आज पूरी भाजपा घबराई हुई है।इसलिए भाजपा वाले अनर्गल बयानबाजी करते रहते है।जबकि मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन श्री रविन्द्र कुमार सिंह जी ने संगठन को और अधिक सशक्त बनाने हेतु कार्यकर्ताओं को कई अहम दिशा निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि हमारे नेता जननायक श्री राहुल गांधी जी आम लोगों के दिलों में विराजमान है परंतु वोट चोरी के माध्यम से देश में चुनाव चोरी किए जा रहे है। मौके पर वरिष्ठ कांग्रेसी मैनुअल हक, जिला महासचिव कृष्णा यादव,नगर अध्यक्ष वंशराज गोप ने बुके देकर सभी का स्वागत किया।
ग्रैंडपेरेंट्स दिवस : स्नेह, कृतज्ञता और सम्मान का उत्सव : प्रिंसपल डी पी एस
रवीन्द्र भवन में दिल्ली पब्लिक स्कूल, पाकुड़ की तरफ से 8 सितंबर ,2025 को ग्रैंड पेरेंट्स दिवस का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास और गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ। इस विशेष अवसर का उद्देश्य विद्यार्थियों में परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के प्रति सम्मान, प्रेम तथा कृतज्ञता की भावना विकसित करना था। कार्यक्रम में सभी कक्षाओं के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने दादा-दादी तथा नाना-नानी को विद्यालय आमंत्रित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संचालकों द्वारा विषय, उद्देश्य एवं महत्व की परिचर्चा से हुआ। तत्पश्चात बुके एवं बैज ऑफ ऑनर प्रदान कर अतिथियों का अभिनंदन किया गया। दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से वातावरण भक्तिमय हो उठा। विद्यालय बैंड की शानदार प्रस्तुति और स्वागत गीत ने सभी का मन मोह लिया।
विद्यालय की प्राचार्य श्री जे.के शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि इस दिवस का उद्देश्य पारिवारिक मूल्यों को संजोना एवं नई पीढ़ी को दादा-दादी तथा नाना-नानी के प्रति सम्मान भाव सिखाना है। दादा-दादी और नाना-नानी हमारे जीवन के अनुभव का भंडार हैं। वे न केवल हमें परंपराओं और मूल्यों से जोड़ते हैं, बल्कि अपने जीवन के अनुभवों के माध्यम से हमें कठिन परिस्थितियों में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देते हैं। उनका स्नेह, त्याग और धैर्य ही बच्चों के चरित्र निर्माण की असली पाठशाला है।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की श्रृंखला की शुरुआत नर्सरी व एल.के.जी के छात्रों द्वारा “लुंगी डांस” से हुई, जिसने मंच पर उत्साह का माहौल बना दिया। क्रमशः यू.के.जी से लेकर कक्षा पाँचवीं तक के छात्रों ने समूह नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मनोरंजन किया और सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विद्यालय निदेशक श्री अरुणेन्द्र कुमार जी ने अपने उद्बोधन में दादा-दादी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के संस्कारों की नींव उनके अनुभव और स्नेह से ही सुदृढ़ होती है। आज की आधुनिक जीवनशैली में जहां संयुक्त परिवार की परंपरा धीरे-धीरे लुप्त हो रही है, वहीं बच्चों के लिए दादा-दादी और नाना-नानी का सानिध्य अमूल्य धरोहर है। वे बच्चों को न केवल जीवन के अनमोल अनुभव बाँटते हैं, बल्कि संस्कार और नैतिक मूल्यों का बीज भी रोपते हैं। कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों ने एक प्रभावी नाटक (स्किट) प्रस्तुत किया, जिसमें दादा-दादी के मार्गदर्शन के महत्व को दिखाया गया। इस नाटक (स्किट) ने सामाजिक संदेश देकर दर्शकों की खूब सराहना बटोरी।
इसके बाद अंतर-गृह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। क्रमशः एडवेंचर हाउस, कैलिबर हाउस, चैलेंजर हाउस तथा डिस्कवरी हाउस के विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियों से सभी दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। नृत्य प्रस्तुतियों में विविधता और जोश देखने को मिला।
कार्यक्रम में मज़ेदार गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं, जिसमें दादा-दादी तथा नाना-नानी सक्रिय रूप से शामिल हुए और बच्चों संग खूब आनंद उठाया।
कार्यक्रम का समापन श्री सौरिष दत्ता एवं सुश्री नेहा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। अंत में राष्ट्रीय गान गाकर कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया गया।
*अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत जिला इकाई, पाकुड़ की समिति के अध्यक्ष बने अवनिकांत* !
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत,पाकुड जिला इकाई पाकुड़ की बैठक का आयोजन पूर्वाह्न 10:00 बजे स्थानीय श्री गुरुदेव कोचिंग सेन्टर के प्रशाल में किया गया। उक्त बैठक में मुख्य रूप से क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवाजी क्रांति झारखंड प्रांत सचिव डॉ अमूल्य कुमार पाल संथाल परगना प्रमंडल संयोजक अनय ओझा की गरिमामयी उपस्थिति रही। बैठक का संचालन राजकुमार सिंह के द्वारा किया गया। सभी अतिथियों ने बारी-बारी से स्वामी विवेकानंद एवं भारत मां की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया गया । क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवाजी क्रांति जी ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्राहक देवता होता है, राजा ग्राहकों का सम्मान होना चाहिए क्योंकि ग्राहक जन्म से पहले एवं मृत्यु के बाद तक भी ग्राहक ही रहते हैं। ग्राहकों पर किसी भी तरह का अन्याय कदापि नहीं सहेगा ग्राहक पंचायत। ग्राहक पंचायत के अन्य विषय को विस्तार पूर्वक बैठक में रखा गया। वहीं बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रांत संयोजक डॉक्टर अमूल्य पाल ने पाकुड़ जिला इकाई की घोषणा किया गया ।जिसमें अध्यक्ष अवनिकांत तिवारी, उपाध्यक्ष दीपक भजन सिंह एवं सीमा सोनी भगत , सचिव धनंजय साह, कोषाध्यक्ष मिलन रूज सह कोषाध्यक्ष फूलचंद साह, महिला प्रमुख रूपाली सरकार, प्रचार प्रमुख दीपक स्वर्णकार, सर्वसम्मति से अन्प आदि दायित्वों का घोषणा किया गया। दुमका जिला के सचिव ऋषभ , भागीरथ तिवारी, प्रोफेसर डाॅ. मनोहर कुमार रामरंजन कुमार सिंह , हीरालाल साह, अमित साह , जितेंद्र ओझा , संजय सरकार, बबलू भगत, अमन सिंह , राजू सिंह आदि दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सरकार के अव्यवहारिक निर्णय बन जाते है अपराध के नये कारण।
पाकुड़-तीन दशकों की पत्रकारिता में याद है,विभिन्न राजनैतिक पार्टियाँ हर विभाग में “इंसपेक्टर राज” ख़त्म करो के नारे लगाते थे। आज देश में प्रधानमंत्री मोदी कानून की पेंचीदगियों को समाप्त कर इसे सरल बनाने के सफलतम प्रयास में लगे हैं।निवेशकों और उद्योगों को वन विंडो सुविधा उपलब्ध कराने की बात की जाती है,ताकि उद्योग और व्यापार सुलभ हो सके।इधर लगभग प्रतिदिन अवैध रूप से लॉटरी पर खबरें प्रकाशित होती जा रही है।
इसके लिए प्रशासन और पुलिस को दोष देने की परम्परा भी बदस्तूर जारी है।एक समय लॉटरी झारखंड में बिकते थे,और वो अवैध नहीं था।
अचानक किसी राजनैतिक रूप से सत्ता पर काबिज़ किसी पार्टी के अव्यवहारिक सोच ने दम्भ भरी अंगड़ाई ली,और रातो रात झारखंड में लॉटरी बिकना अवैध हो गया।
यानि हर तरह के संरक्षण को एक मौका मिल गया,तथा वैध को अवैध के विशेषण के साथ चलने का रास्ता मिल गया।जिस गरीब शोषण के नाम पर लॉटरी पर रोक लगाई गई, उन्हीं गरीबों के शोषण का उसी लॉटरी के द्वारा अवैध का रास्ता एक अव्यवहारिक निर्णय ने खोल दिया।
खैर जहाँ लॉटरी अवैध है,वहीं हर तरह के शराब को वेध बनाकर रखा गया है। नये नये और निर्णयों को अव्यवहारिक रास्तों पर खींच ले जाने की चर्चा चल रही है।
हमारे देश में सरकारें ऐसे निर्णय के लिए मशहूर हैं,जहाँ चूहों को भी थानों के मालखाने में शराब परोसने की कहानी बन सकती है।सरकारी अव्यवहारिक निर्णनयों से अवैध के रास्ते खुलते रहे हैं,और गिनेचुने लोगों को सामान्य से माफिया बनकर अवैध रूप से अगाध बनाने और कमाने का मौका दिया गया है।
अब झारखंड में जाली लॉटरी छपकर बिक रहे हैं। बंगाल सहित अन्य प्रदेशों के सरकारी लॉटरी दशकों पहले यहाँ बिकते थे,लेकिन प्रतिबंध के बाद जाली भी छपने और बिकने लगे।गोवा सहित अन्य राज्यों की तरह स्थानीय शराब बेचने की बात होतीं हैं,लेकिन अन्य राज्यों की नक़ल सरकारी लॉटरी पर न कर क्या इसे व्यवहारिक कहा जा सकता है? यह चिंतन,मंथन और ….जाँच तक के विषय है।सवाल बहुत तरह के उठते हैं,जवाबदेही तय करने की आवश्यकता है।हर बात पर पुलिस और प्रशासन को दोष देना न्याय संगत दिखता ? अब पुलिस वाले क्या क्या करे ! राजनीति और पोषित गुर्गे अव्यवहारिक निर्णय लेते रहें,तो प्रशासन क्या क्या देखें ?
बिहार में शराब बंदी ने शराब के कारोबार को अवैध बना दिया , लेकिन क्या ये बंद हो गया ?
बिहार में शराबबंदी ने करोबार के रूपरेखा को एक नई दिशा दे दी।
माफिया नये नये पैदा लिए,और बंदी की निगरानी रखने वाले जिम्मेदारों को एक और नया रास्ता पैसे बनाने का मिल गया। पेरविकारो और दलालों को नया कारोबार मिल गया। बिहार के किस कोने में शराब चाहिए,आपके घर तक पहुँच जाएगा,आपको कहीं इसकी उपलब्धता के लिए जाना नहीं है।
झारखंड में अवैध होते ही लॉटरी जाली भी हो गये,और नये नये करोड़पतियों की गली गलियारों में उत्पत्ति हो गई।अब हम लक्ज़रियस गाड़ियों पर बकरी चुराएं,थैलों में लॉटरी पहुँचायें,आँचल की छावों में ड्रग्स की पुड़िया बाजारों में उपलब्ध कराएं। मतलब अवैध कमाने की हम हमारी मानसिकता को विभिन्न अवैध धंधों से पोषित करें,लेकिन ” जोतो दोष – नन्दो घोष” की तर्ज़ पर दोषी प्रशासन को ठहराएं।मुट्ठीभर स्वार्थ के लिए हम आपस में भिड़ मरें , लेकिन हर तरफ़ बिखरे अवैध के लिए ,सिर्फ प्रशासन दोषी !
हम कभी अपने बच्चों से यह पूछने की ज़हमत नहीं उठाते कि जब तुम्हारे पास कोई स्पष्ट रोजगार दिखता नहीं , तो विभिन्न सुविधाओं के रुप में दिखता इतने पैसे कहाँ से लाये !प्रशासन को दोष देने की परम्परा छोड़ हम अपने गिरेबान में भी झाँके – टटोले तो कुछ बात बने।
ख़ुद से सवाल करें कि , क्या हमारी मानसिकता और दुर्व्यसनों के लिए प्रशासन दोषी है?
कांग्रेस नगर प्रतिनिधि मंडल ने नवनियुक्त नगर थाना निरीक्षक से की शिष्टाचार मुलाकात
पाकुड़: नगर अध्यक्ष वंशराज गोप के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल के जिला महासचिव श्री कृष्णा यादव,नगर सचिव सुमन चौबे,नगर सक्रिय कार्यकर्ता यूसुफ अंसारी उर्फ रिंकू,मो० बबलू,विजय डोम,फिरोज अलम,तैमूर शेख,सद्दाम,सहित कई सक्रिय कार्यकर्ताओं ने पाकुड़ नगर थाना में नवनियुक्त नगर थाना निरीक्षक(पुलिस इंस्पेक्टर) श्री बबलू कुमार से शिष्टाचार मुलाकात की,इस दौरान पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत,सम्मान किया गया।इस अवसर पर नगर क्षेत्र में जाम से जुड़ी समस्या,कानून व्यवस्था दुरुस्त करने एवं नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत 21 वार्डो में जन समस्याओं के मामले को त्वरित समाधान हेतु श्री कृष्णा यादव एवं नगर अध्यक्ष ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।नगर थाना प्रभारी श्री बबलू ने कहा कि हम जनता के सेवक है इसलिए जनहित से जुड़ी समस्याओं को पूरी तत्परता के साथ समन्यव स्थापित कर पाकुड़ नगर को नई दशा एवं दिशा प्रदान की जाएगी इसके साथ ही उन्होंने,पाकुड़ की जनत की सराहना करते हुए कहा कि यहां सभी लोग सौहार्दपूर्वक माहौल में शांति प्रिय जीवन व्यतीत करते है जिसे और बेहतर बनाने हेतु मैं अथक प्रयासरत रहूंगा।
“बप्पा अगले बरस फिर जल्दी आना ” की प्रार्थना के साथ नम आंखों से दी गई गणपति बप्पा को विदाई
सार्वजनिक गणेश पूजा समिति, रेलवे मैदान,पाकुड़ द्वारा आयोजित रात 27 वें गणपति महोत्सव का समापन बीती रात भगवान गणेश की प्रतिमा विसर्जन के साथ ही हो गया।इस वर्ष गणपति महोत्सव को चार दिनों तक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।रेलवे मैदान पाकुड़ चार दिनों तक गणपति बप्पा मोरिया मंगलमूर्ति मोरया के जयकारों से गूंजता रहा।अब यह जयकारों की गुंज एक वर्ष उपरांत अपनी 27 वीं गणपति महोत्सव के लिए एक कदम और बढ़कर 28 वें वर्ष की ओर अग्रसर हो गई।27 वें गणपति महोत्सव में चार दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित हुआ जहां पड़ोसी राज्य बंगाल बिहार के साथ-साथ पाकुड़ जिले के भी अनेक कलाकारों ने अपनी कला का जौहर दिखाकर हजारों दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।चौथी और अंतिम दिन डांडिया और मटका फोड़ का कार्यक्रम किया गया,जिसमें समिति के सदस्यों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने भी हिस्सा लेकर आनंद का लाभ उठाया।मटका फोड़ में समिति के ही सदस्य अजीत कुमार मंडल ने मटका फोड़ कर पुरस्कार अपने नाम किया।इसके उपरांत गणपति बप्पा का विशालकाय प्रतिमा को बड़े ट्रेलर में चढ़ाकर नगर भ्रमण कराया गया।इस शोभायात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुआ। इस बीच भारी पानी के फव्वारे के बीच भी समिति के सदस्य डांडिया करते हुए नाचते-गाते शहर भर में घूमते रहे।इस नगर भ्रमण के क्रम में पुलिस प्रशासन के लोग भी मुस्तादी के साथ अपनी ड्यूटी करते नजर आए ताकि रास्ते पर विसर्जन में कोई परेशानी ना हो।नगर भ्रमण करते हुए अंत में बागतीपाड़ा स्थित मनसा मंदिर तालाब के पास पहुंची,जहां विशालकाय गणपति बप्पा के प्रतिमा सहित मुशकराज का विसर्जन किया गया।विसर्जन के दौरान गणपति महोत्सव के कार्यकर्ता भावुक दिखे सभी की आंखें नम थी।सभी अपने प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश से यह कामना कर विनती कर रहे थे कि शीघ्र ही उन्हें अपना दर्शन दे और अगले साल जल्दी आए ताकि फिर हुए अपने भगवान की पूजा अर्चना कर सके।इस दौरान समिति के पूजनोत्सव को सफल बनाने में समिति के संस्थापक हिसाबी राय अध्यक्ष अनिकेत गोस्वामी संरक्षक संजय कुमार ओझा सचिव अजीत मंडल तनमय पोद्दार राणा शुक्ला संजय कुमार राय ओमप्रकाश नाथ पिन्टू हाजरा अविनाश पंडित मनीष कुमार सिंह अमन भगत अंकित शर्मा अंशु राज अंकित मंडल निर्भय सिंह जितेश राजा रवि पटवा बिट्टू राय रतुल दे अभिषेक कुमार मोनी सिंह रंजीत राम बूबाई रजक ओम प्रकाश नाथ अंकित मंडल अंकित शर्मा नितिन मंडल संजय मंडल सहित अन्य सभी कार्यकर्ताओं ने सक्रिय सक्रिय व महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कुत्तों को रोजगार से जोड़ने का वादा भी बन सकता है चुनावी मुद्दा। चुनावी मुद्दों की संभावनाओं की कमी नहीं हमारे देश में😊
डॉ संजय की कलम….
कुत्ता कहीका
सर्वोच्च न्यायालय,कुत्ता और चुनाव
भारत का माननीय सर्वोच्च न्यायालय आजकाल चर्चा में है । सर्वोच्च न्यायालय है तो चर्चा भी स्वाभाविक है । अपने ही निर्णय को बदलना और ढेरों सुझाव से , देश का एक तबका चर्चा में शामिल हो गया है । समाचार पत्रों , इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बस एक ही चर्चा प्रमुखता से छाई हुई है ।
इधर रोड पर स्पीड ब्रेकर की भूमिका निभाने वाले और सड़क की कई दुर्घटना का कारण बनने वाले कुत्ता समाज भी काफी संख्या में एकत्र होकर, न्यायालय के फैसले पर गम्भीर चिंतन और अनुमोदन करता प्रतीत होता है ।
पूरे कुत्ते समाज ने भी अपने अपने तरीके से प्रतिक्रिया दी है । जो लवर रहे है यानी कुत्ता प्रेमी समाज ,उसे तो कुछ नहीं कर रहे हैं और जो उनके पक्ष में नहीं है, उनको शिकार बना रहे हैं ।
टी वी पर उनके पक्ष में बोलने वाली या वाले को दुम हिलाकर और विरोध में बोलने वाले पर गुर्रा कर अथवा भोंक कर अपना प्रतिक्रिया दे रहा हैं।
कुत्ता समाज के लिए, समर्थन और विरोध में जुलूस भी निकाले जा रहे हैं ।
उसमें कुत्ते भी शामिल हो रहे हैं । मन प्रसन्न हो जाता है कि हम एकं ऐसे लोकतंत्र में जी रहे हैं जहां कुत्ते के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय संजीदा हैं ।
यहां तक कि एक चैनल ने तो टीवी पर पैनलिस्ट की तरह एक कुत्ते को बुला लिया था । कुत्ता भी एक की गोद में बैठकर अपने भाग्य को इतरा रहा था ।
दिनकर को भी समझा रहा था कि परतंत्रता के समय ही नहीं कि श्वानो को दूध से नहलाए जाते थे और कवि को उस छोटे बच्चे के लिए दूध की तलाश में निकलना पड़ता है ।
कुत्ता कवि को बताता है इस स्वतंत भारत में और भी अधिक प्रगति हुई है ।
खैर जो भी हो आज भी हमारे समाज में कुत्ते को लेकर, लोग , अलग अलग राय रखते हैं ।
किसी के भाग्य को कोसना हो तो बोला जाता है कि उसके किस्मत में कुत्ता ने काट लिया । मैने भी मित्र से पूछ लिया कि उसको भी तो कुत्ता ने काट लिया तो वह तो प्रगति कर रहा है , तो उसने कहा कि काला कुत्ता काटने से बुरा होता है ।
अब मैं जिस रंग के कुत्ते को देखता हूं तो कोई भी रंग हो सफेद ही क्यों न हो । उसके अंदर का रंग बहुत काला दिखता था । जो भी हो मेरे मन में विचार आया कि फैसले जिसके भी हित में हो ,राजनीतिक दल आसानी से इसे एक मुद्दा बना सकते है। कोई दल पुराणों में वर्नित कुत्ता जी , को भैरव का रूप बता कर इनके कल्याण के लिए कई क्रांतिकारी कदम उठाने की बात कर सकते हैं।
अन्य दल कुत्ते को चुनाव में बड़ा मुद्दा बना सकते है। वे कुत्ते के कल्याण के लिए महती कदम उठाने की बात जनता से कर के वोट चोरी के आरोप से हट कर के कुत्ता समाज के विभिन्न पदों का सृजन कर रोजगार के अवसर भी पैदा करने की बात कर सकते हैं । पूरा मानवाधिकार वाले और लवर समाज एक होकर वोट करेंगे तो उनकी जीत पक्की हो जाएगी।
राजनीतिक दल अगर चाहे तो , नगरनिगम में कुत्ते से जुड़े विभाग बनाने का ऐलान कर सकते हैं ।केवल घोषणा ही तो करनी है।भारतीय वोटर को क्या चाहिए।अखिल भारतीय कुत्ता पालक अधिकारी बनाए जाए । इनका मूड ठीक रहे और कुत्ता जी इरिटेड होकर किसी को न काटे यह बात भी एक अधिकारी सोचे । इसका नाम डॉग इरिटेड ऑफिसर रखा जा सकता है ।
यानी सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को राजनीतिक दल कोई तो नीति बनाकर जनता में जनादेश के लिए जाएं और अखिल भारतीय मंत्रालय भी खुलवाएं । बेशक सर्वोच्च न्यायालय ने कुत्ते पर एक महत्वपूर्ण फैसला दिया है। राजनीतिक दल जनता के बीच कुछ मुद्दों को लेकर जाएं ,और कुत्ते को रोजगार से जोड़ दें तो जीत उनकी हो सकती है ,और सत्ता में आकर विज्ञापन दे कर कुत्ते के लिए अखिल भारतीय अधिकारी से लेकर स्थानीय अधिकारी तक की बहाली कर सकते हैं ।
वोट चोरी , से ध्यान हटाकर कुछ सकारत्मक प्रचार करे और कुत्ते को रोजगार से जोड़े । जो भी हो समाज अभी भी कहता है। कुत्ता कहींका ।